नई दिल्ली : जाकिर नाईक द्वारा मंदिरों और मूर्ति पूजा पर दिया गया ये शर्मनाक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।भगोड़े इस्लामिक धर्मगुरू जाकिर नाईक ने एक बार फिर से जहर उगलते हुए पाकिस्तान के खैबर पख़्तूनख़्वा में हिंदू मंदिर में हुई तोड़फोड़ का समर्थन किया है। जाकिर नाईक ने कहा कि इस्लामिक देशों में मंदिर नहीं होने चाहिए अगर मंदिर हैं तो उन्हें तोड़ दिया जाना चाहिए।

इस्लाम में मना है कोई भी मूर्ति बनाना-
जाकिर नाईक ने कहा कि इस्लाम में कोई भी मूर्ति बनाना मना है फिर चाहे वो पेंटिंग हो, ड्राइंग हो या फिर किसी जीवित पशु पक्षी की मूर्तिकारी हो या फिर इंसानों की मूर्ति हो या फिर कीड़ों की। ये सब कुछ इस्लाम में मना है और इसके कई सारे सबूत हैं।
इस्लामी देश में होगी मूर्ति तो तोड़ दो- जाकिर नाईक
एक मूर्ति इस्लामी देश में कहीं भी नहीं होनी चाहिए। और अगर यह कहीं है तो इसे तोड़ दिया जाना चाहिए। उसने अपनी बात साबित करने के लिए पैगंबर मोहम्मद का उदाहरण देते हुए कहा कि जब मोहम्मद काबा में लौटे, तो उन्होंने लगभग 360 मूर्तियों को तोड़ दिया जो काबा में थीं। इस्लामी देश में, मूर्ति नहीं बननी चाहिए या अगर है, तो उसे तोड़ दिया जाना चाहिए।
पाकिस्तान में कृष्ण मंदिर को लेकर दिया ये बयान-
बता दें कि पिछले साल जुलाई में जाकिर नाईक ने इस्लामाबाद में एक कृष्ण मंदिर के निर्माण की परमिशन देने पर इमरान खान सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि ऐसा करना पाप है। उसने कहा था कि शरियत के अनुसार, एक इस्लामिक राष्ट्र के लिए एक गैर-मुस्लिम के पूजा घर में भुगतान या दान करना हराम है।