नई दिल्ली : गोरापड़ाव के पास हेड़ागज्जर गांव में एक विवाहिता ने प्रताड़ना से तंग आकर ससुराल जाने से मना किया तो पति ने अपने पिता की मदद से दिव्यांग ससुर को पीटकर मार डाला। बीच-बचाव के लिए आए साले और सास को भी पीट दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दामाद और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। मूलरूप से पीलीभीत के अमरिया निवासी रोशनलाल दो दशक से हेड़ागज्जर निवासी मोहन कांडपाल के खेत में झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रहते थे।

बटाईदारी का काम करने वाले रोशन लाल ने अपनी बड़ी बेटी आरती की शादी हेड़ागज्जर में ही रहने वाले गोपाल सक्सेना के साथ 25 नवंबर 2020 को की थी।
शादी के बाद ही करने लगा था मारपीट-
गोरापड़ाव के पास हेड़ागज्जर गांव में सरेशाम ससुर की जान लेने वाला गोपाल सक्सेना और उसका पिता नंद राम न तो पड़ोसी धर्म समझ पाए और ना ही रिश्तों की कद्र कर पाए। दो महीने पहले जिस उम्मीद से दोनों परिवार संबंधी बने थे, वह उम्मीद धरी की धरी रह गई। गोपाल और उसका पिता ट्रैक्टर चलाते हैं। आरती के अनुसार शादी के एक महीने बाद से ही उसे पीटना शुरू कर दिया गया। तीन दिन पहले दहेज के लिए पीटा गया। ससुराल मायके से सिर्फ 500 मीटर दूर है।
दिव्यांग ने की रोकने की कोशिश-
शनिवार की शाम दामाद गोपाल सक्सेना अपने पिता नंद राम के साथ रोशन लाल के घर पहुंचा। उसने आरती से ससुराल चलने के लिए कहा तो आरती ने मना कर दिया। इस पर गोपाल आरती को घसीटते हुए ले जाने लगा तो बेटी की हालत देखकर दिव्यांग (बैसाखी के सहारे चलने वाले) रोशन लाल ने दामाद को रोकने की कोशिश की।
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पुलिस ने किया गिरफ्तार-
रोशन लाल का एक बेटा और चार बेटियां हैं। कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि रोशनलाल की पत्नी मीना की तहरीर पर धारा 304 और 323 के तहत गोपाल सक्सेना और उसके पिता नंदराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।