नई दिल्ली : ब्रिटेन से नोएडा पहुंची दो महिलाओं में कोरोना की पुष्टि हुई है। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में दोनों महिलाओं को भर्ती कराया गया है। जीनोम सिक्वेंसिग जांच के लिए दोनों महिलाओं का सैंपल लेकर इंडियन मेडिकल काउंसिल आफ रिसर्च (आइसीएमआर) दिल्ली भेजा गया है। दोनों महिलाएं स्वस्थ है। इन्हें कोरोना के दूसरे मरीजों से अलग रखा गया है।

होगी जीनोम सिक्वेंसिग सैंपल जांच-
जिम्स निदेशक डॉ.राकेश गुप्ता ने बताया कि बृहस्पतिवार को ब्रिटेन से लौटी 34 वर्षीय संक्रमित महिला का कोरोना सैंपल जांच को लिया गया था। शुक्रवार को मिली जांच रिपोर्ट संक्रमित की मिली है। वहीं 28 वर्षीय महिला का कोरोना सैंपल शुक्रवार को लिया गया था। शनिवार को आई जांच रिपोर्ट में महिला संक्रमित मिली है। ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन को देखते हुए दोनों महिलाओं का जीनोम सिक्वेंसिग सैंपल जांच को लिया है।
संक्रमित महिलाओं का घर किया गया सील-
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के अंतर्गत प्रत्येक यात्री के घर के बाहर होम क्वारंटाइन के पोस्टर भी चस्पा कर दिए गए हैं। वहीं संक्रमित मिली महिलाओं के घर को सील किया गया है। महिलाओं के संपर्क में आए लोगों की कोरोना जांच होगी। फिलहाल संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। संक्रमित मिली महिलाएं किस काम से ब्रिटेन गई थीं, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं। एक माह और 15 दिन पहले ब्रिटेन से यात्रा कर लौटे 425 यात्रियों को होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश हैं। 285 यात्री 15 दिन पहले ही लौटे हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग 160 यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच कर चुका है। दो की रिपोर्ट संक्रमित की आई है। वहीं बाकी, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव मिली है, उन्हें 28 दिनों तक होम क्वारंटाइन रखा गया है।
160 संदिग्धों को किया ट्रेस-
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक ब्रिटेन से लौटे 425 में से 220 संदिग्ध नौ दिसंबर के बाद आए हैं। 160 संदिग्धों को ट्रेस किया जा चुका है। 60 लोगों को ढूंढने के लिए शनिवार को दिनभर टीम लगी रही। टीम जब इनके बताए गए पते पर पहुंची, तो वहां मौजूद लोगों ने बताया कि ब्रिटेन से वापस लौटे लोग गोवा, मनाली, उत्तराखंड व अन्य स्थानों पर घूमने गए हैं। वहीं कुछ के घर ताला लगा मिला। कई का मूल पता अलग मिला है।