नई दिल्ली : पांच वर्ष पूर्व अपने यहां अपहरण की साजिश रच लापता चल रहे युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित से पूछताछ कर उसे जेल भेजा गया है। इस मामले में चार लोगों के विरुद्ध अपहरण का झूठा मुकदमा कोतवाली में लिखाया गया था।

पिता ने की थी न्यायालय में अपील-
शहर की शांतापुरी कालोनी निवासी राजबहादुर ने 25 जनवरी 2015 को पुत्र सुनील के अपहरण का मुकदमा दयाल मिश्रा, शैलेंद्र, तिलक सिंह और संतोष के विरुद्ध कराया था। साक्ष्य न मिलने पर विवेचक द्वारा अंतिम रिपोर्ट लगा दी गई थी। राजबहादुर ने इसके विरुद्ध न्यायालय में अपील की थी। न्यायालय ने सात जनवरी तक एसपी मनोज कुमार सोनकर को न्यायालय में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए थे।
अलीगढ़ के थाना गंगीरी गिरफ्तार-
एसपी ने मामले की पुन: विवेचना प्रारंभ कराई और सर्विलांस, एसओजी और कोतवाली पुलिस की टीमें गठित कर अपहृत की तलाश के निर्देश दिए। पुलिस ने मिली जानकारी के आधार पर सुनील को जनपद अलीगढ़ के थाना गंगीरी के गांव बढ़ारी बुजुर्ग से रविवार की सुबह गिरफ्तार किया है। एएसपी आदित्य कुमार वर्मा ने आरोपित से पूछताछ की है।
खुद ही रची थी अपहरण की साजिश-
एएसपी ने बताया कि पिता और पुत्र ने अपहरण की साजिश रची थी। उन्होंने कई लोगों का पैसा ठग लिया था। उनसे बचने के लिए अपहरण का झूठा मुकदमा भी लिखाया गया। पुलिस टीम ने जांच के बाद पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है। अपहरण की झूठी साजिश रचने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसे जेल भेजा जा रहा है। पुलिस टीम को गणतंत्र दिवस पर पुरस्कृत किया जाएगा।