नई दिल्ली: अमेरिका के संसद में हुए बवाल को लेकर देश भर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निंदा की जा रही है, यहां तक कि उनसे तुरंत इस्तीफे की पेशकस की जा रही है। अनेकों अमेरिकी सांसद राष्ट्रपति ट्रंप की कड़ी निंदा कर रहे है। सांसदोंं का आरोप है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को भड़काया है इसलिए कैपिटल में दंगा हुआ है। जिससे अमेरिका के लोकतंत्र पर एक काला धब्बा लग गया है।

कैसे हुई पुरी हिंसा-
इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप के सैकड़ों समर्थक संसद के बाहर जुट गए. हालांकि नेशनल गार्ड्स और पुलिस ने समर्थकों को समझाने की पुरी कोशिश की, लेकिन कुछ लोग कैपिटल बिल्डिंग के अंदर घुस गए और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की. इस दौरान गोली भी चली और एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई. हालांकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि गोली किसने चलाई.
पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने की निंदा-
आपको बता दें की इस हिंसक झड़प की कई देश के राष्ट्रध्यक्षों ने कड़ी आलोचना की है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा, ‘वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के बारे में समाचार देखने के बाद परेशान हूं। सत्ता का व्यवस्थित और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध प्रदर्शन के माध्यम से प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है।’
Distressed to see news about rioting and violence in Washington DC. Orderly and peaceful transfer of power must continue. The democratic process cannot be allowed to be subverted through unlawful protests.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 7, 2021
आपको बता दें कि ट्रंप समर्थकों ने उस समय हंगामा किया जब अमेरिकी कांग्रेस में इलेक्टोरल कॉलेज वोटों को लेकर बहस चल रही थी। इस बैठक में जो बाइडेन की जीत की पुष्टि की जानी थी। कैपिटल के बाहर पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल की सीढ़ियों के नीचे लगे अवरोधक तोड़ दिए।
ट्रंप के सोशल मिडीया अकाउंट निलंबित-
गैौरतलब है की इसके बाद ट्विटर और फेसबुक ने डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को निलंबित कर दिया है। ट्रंप के समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद परिसर को बंद कर दिया गया। कैपिटल के भीतर यह घोषणा की गई कि ‘बाहरी सुरक्षा खतरे’ के कारण कोई व्यक्ति कैपिटल परिसर से बाहर या उसके भीतर नहीं जा सकता।