नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर बाइडन के शपथ लेने के कुछ ही घंटे बाद, पोर्टलैंड में प्रदर्शनकारियों ने डेमोक्रेटिक पार्टी के स्थानीय मुख्यालय में तोड़फोड़ किया। इमारत की खिड़कियों तक को नुकसान पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि हंगामे के दौरान प्रदर्शनकारी पुलिस के खिलाफ और ‘फासीवादी नरसंहार’ के नारे लगा रहे थे।

आठ लोगों को किया गया गिरफ्तार-
पुलिस का कहाना है कि आठ लोगों को अलग-अलग आरोपों में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें आपराधिक काम करना, विध्वंसक उपकरण का कब्जा, दंगा और आग लगा देना शामिल है।वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ ओरेगन ने एक बयान जारी किया। जिसमें कहा गया है की यह पहली बार नहीं है, पिछले वर्ष के दौरान भी हमारे भवन में तोड़फोड़ की गई थी।द न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 200 वामपंथी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई हत्याओं और ‘फासीवादी नरसंहारों’ के लिए सरकार-विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारी थोंड़ी देर बाद पोर्टलैंड की सड़कों पर चले गए। इस दौरान वे We don’t want Biden-We want Revenge,यानी हमें बाइडन नहीं चाहिए, हमें बदला चाहिए, ऐसे नारे लगाये।
हमें राष्ट्रपति नहीं चाहिए के लगाये नारे-
बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने डेमोक्रेटिक पार्टी के स्थानीय मुख्यालय की खिड़कियों तक को तोड़ दिया। इस दौरान सिएटल में लगभग 150 लोगों ने बैनरों के साथ प्रदर्शन करते हुए कहा की अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन नियम को खत्म कर दें। हमें राष्ट्रपति नहीं चाहिए।
ज्ञात हो की बीते 6 जनवरी को ही डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक अमेरीकी सीनेट में घुस गए थे। जिसके बाद सुरक्षा बल और ट्रंप समर्थकों में झड़प हो गई थी। इस हिंसक झड़प में पांच लोगों की मौत हो गई थी। वहीं कैपिटल बिल्डिंग में हंगामे के लिए कई लोगों ने ट्रंप को जिम्मेदार बताया। उनके खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव लाया गया। प्रस्ताव में यह आरोप लगाया गया कि ट्रंप के भाषण से उनके समर्थक उत्तेजित थे। बाद में सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब से उनके भाषण के वीडियो हटा लिए गए। ट्विटर ने तो ट्रंप को अस्थायी रूप से बैन भी कर दिया है