नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश एटीएस ने आज गोरखपुर, खलीलाबाद, अलीगढ़ समेत कई जिलों में छापेमारी की. ये छापेमारी टेरर फंडिंग केस में हुई हैं. इसके अलावा यूपी एटीएस की एक टीम महाराष्ट्र में भी छापेमारी कर रही है, जिसमें उसकी मदद महाराष्ट्र एटीएस कर रही है. अभी छापेमारी से जुड़ी कोई भी आधिकारिक जानकारी एटीएस की ओर से साझा नहीं की गई है।

जानकारी के मुताबिक, रोहिंग्या और टेरर फंडिंग केस में यूपी एटीएस आज अलीगढ़ समेत 5 जिलों में बड़ी छापेमारी कर रही है. खलीलाबाद के मोती नगर में रहने वाले अब्दुल मन्नान और दिनेश गुप्ता को ATS टीम ने दबोचा है. शहर कोतवाली के मोहल्ला मोतीनगर और मोहिउद्दीनपुर से अब्दुल मन्नान और दिनेश गुप्ता की गिरफ्तारी हुई है. दोनों की गिरफ्तारी फर्जी पासपोर्ट मामले में की गई है. यूपी पुलिस के एक उच्च पदस्थ अधिकारी के अनुसार, ‘यह छापेमारी अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं को लेकर की गई है.
फाइनेंस एंगल से हो रहा हैं इनवेस्टिगेट-
यूपी एटीएस लखनऊ में इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाली है. महाराष्ट्र के अलावा यूपी के अलीगढ़ और संत कबीर नगर जिलों में भी एटीएस की बड़ी छापेमारी हुई है. एटीएस की टीमों ने संत कबीर नगर के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात JE अब्दुल मन्नान को हिरासत में लिया. इसके अलावा करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोगों को एटीएस की टीम ने हिरासत में लिया है. खुफिया एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सब के पास फर्जी दस्तावेज और टेरर फंडिंग करने का आरोप पाया गया है।

नईम एंड संस पर मारा था छापा-
इससे पहले यूपी एटीएस ने गोरखपुर में गोलघर के स्थित बलदेव प्लाजा में नईम एंड संस पर 2018 में छापा मारा था. इस दौरान एटीएस ने दुकान मालिक से पूछताछ की थी. हालांकि, आज की छापेमारी गोरखपुर में की गई है या नहीं, इसे लेकर अभी यूपी एटीएस की ओर से बयान नहीं आया है. इस दौरान देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद को हिरासत में ले लिया गया. इस दौरान 50 लाख रुपये कैश भी बरामद किए गए थे. पहले सभी लोग इसे आयकर या सेल्स टैक्स का छापा समझ रहे थे, लेकिन बाद में एटीएस के छापेमारी की पुष्टि हुई थी।