नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘द इंडिया टॉय फेयर 2021’ फेयर का उद्घाटन करते हुए भारतीय निमार्ताओं से ऐसे खिलौने बनाने की अपील की, जो इकोलॉजी और साइकोलॉजी दोनों के लिए बेहतर हों। उन्होंने खिलौने में कम से कम प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की अपील की है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि खिलौनों में ऐसी चीजों का इस्तेमाल करें, जिन्हें रिसाइकल कर सकें।

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भारत को आत्मनिर्भर बनाना
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, बाहरी बाढ़ ने लोकल व्यापार की कमर तोड़ दी है. खेल और खिलौने के क्षेत्र में भी भारत को आत्मनिर्भर बनाना है। बच्चे जो देखते हैं, वैसा ही चाहते हैं। उन्होंने सवाल किया, क्या बच्चे मास्क लगा हुआ खिलौना मांगते हैं? राजस्थान की कठपुतली कला का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, कठपुतली हमारा खानदानी काम है. फिल्म हैं, थिएटर हैं लेकिन शायद ही कोई होगा जिसने कठपुतली का खेल न देखा हो। आज के प्रचार के युग में कठपुतली के खेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय खेल और खिलौनों की ये खूबी रही है कि उनमें ज्ञान होता है, विज्ञान भी होता है, मनोरंजन होता है।

सदियों पुरानी संस्कृति को मजबूत की पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह पहला टॉय फेयर केवल एक व्यापारिक और आर्थिक कार्यक्रम नहीं है, यह कार्यक्रम देश की सदियों पुरानी खेल और उल्लास की संस्कृति को मजबूत करने की कड़ी है। इस कार्यक्रम की प्रदर्शनी में कारीगरों और स्कूलों से लेकर बहुराष्ट्रीय कंपनियां तक 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से एक हजार से अधिक प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं। यहां एक ऐसा मंच मिलेगा, जहां खेलों के डिजाइन, इनोवेशन, मार्केटिंग, पैकेजिंग तक चर्चा, परिचर्चा तक करेंगे और अनुभव साझा करेंगे।
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