नई दिल्ली। दो साल पहले 14 फरवरी 2019 दोपहर के करीब 3 बजे जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा आतंकवादी हमला हुआ जिससे पूरा देश दहशत में आ गया था। बता दे पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों के काफिले में चल रही एक बस में विस्फोटक से भरी कार टकरा दी थी। इस आत्मघाती हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए।

Noida में बोम्ब मिलने से हड़कंप || Phase-3 Police Station क्षेत्र का मामला , मिले पटाखों के खोके ||
शहादत की टीस आज भी बरकरार
देश के पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में देश की सशस्त्र सेनाओं ने सीमा पार से हुए इस हमले का मुहंतोड़ जवाब दिया लेकिन उन जवानों की शहादत की टीस आज भी बरकरार है। पुलवामा हमले में जवानों की शहादत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था- मेरे दिल में भी वैसी ही आग है, जैसी आपके दिल में हे। सभी आंसुओं का बदला लिया जाएगा। देश भर में इस कायराना हमले के खिलाफ प्रदर्शन हुए। लोगों ने एक ओर नम आंखों से शहीदों को श्रद्धांजलि दी वहीं दूसरी तरफ इसका मुंहतोड़ जवाब देने की पुरजोर मांग भी उठी।

फिर हुई सर्जिकल स्ट्राइक
पुलवामा हमले के 12 दिन बाद सुबह जब देश के लोगों की आंखें खुली तो वे खुशी से झूम उठे। 26 फरवरी को तड़के इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकू विमान पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर बम बरसाकर लौट चुके थे। एयर स्ट्राइक में बड़ी संख्या में आतंकवादी, ट्रेनर और सीनियर कमांडर मारे गए। इस कैंप को मसूद अजहर का साला मौलाना युसूफ अजहर संचालित कर रहा था।
पुलिस महानिदेशक कर सकते है पत्रकारों से वार्ता
सुत्रों की माने तो इस मामले को लेकर शाम साढ़े चार बजे पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, आईजीपी मुकेश सिंह तथा एसएसपी जम्मू श्रीधर पाटिल पत्रकारों को संबोधित कर सकते है। जानकारी के मुताबिक जम्मू पुलिस को सूचना मिली थी कि आतंकी जम्मू में बड़ा हमला करने का प्लान बना रहे है। उसके लिए विस्फोटक को शहर में लाया गया है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए आईजीपी मुकेश सिंह तथा एसएसपी श्रीधर पाटिल की अगुवाई में पूरे जिले में जांच शुरू कर दी गई। जांच के दौरान बस स्टैंड इलाके से एक आतंकी को विस्फोटक के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
आज ही के दिन कर रहे थे बड़े हमले की तैयार
जब उसकी कड़े तरीके से पूछताछ हुई तो पता चला कि आतंकियों की तरफ से आज के दिन बड़ा हमला करने का प्लान बनाया गया था। उसके लिए विस्फोटक को शहर में लाया गया था। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही उसे नाकाम कर दिया है। पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उसकी पूछताछ के बाद उसके साथियों के बारे में भी जानकारी मिली। इसके बाद कश्मीर टीमों को लगाकर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। अभी इस मामले की जांच की जा रही है। उसके बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।