नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में राजनीतिक लड़ाई एक बार फिर हिंसात्मक हो गई है. पूर्वी मिदनापुर में शुभेंदु अधिकारी और तृणमूल कांग्रेस के समर्थक आपस में भिड़ गए हैं. हाल ही में शुभेंदु अधिकारी टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. बंगाल में राजनीतिक हिंसा की यह ताजा घटना शुभेंदु अधिकारी का गढ़ कहे जाने वाले मिदनापुर में ही हुई है.

पहले भी शुभेन्दु पर हुए हैं हमले-
इससे पहले भी शुभेंदु अधिकारी भी अपने ऊपर हमलों की बात करते रहे हैं. हाल ही में जब केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से उन्हें जेड कैटेगरी की सुरक्षा दी गई तो उनकी तरफ से बताया गया कि पिछले कुछ वक्त में उनके ऊपर करीब एक दर्जन हमले किए गए हैं. बीते हफ्ते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दो दिन का दौरा किया था. इस दौरे पर ही 19 दिसंबर को मिदनापुर में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया जहां शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल हुए. शुभेंदु के अलावा उनके भाई और कई दूसरे टीएमसी व अन्य पार्टियों के नेता भी बीजेपी के साथ आ गए. अब जबकि टीएमसी के कद्दावर नेता रहे शुभेंदु बीजेपी के पाले में चले गए हैं तो टीएमसी समर्थकों के साथ उनके तकरार भी सामने आने लगे हैं.
बीजेपी की तरफ से लगाए आरोप-
बीजेपी राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराने और सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी कर चुकी है. अब जबकि राज्य में विधानसभा का चुनावी माहौल गरमा चुका है तो ऐसे में राजनीतिक हिंसाओं की ये घटनाएं कानून व्यवस्था को लेकर जरूर सवाल खड़े करेंगी. बीजेपी की तरफ से लगातार ये आरोप लगाए जाते हैं कि बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से जुड़े लोग गुंडागर्दी करते हैं और बीजेपी के नेताओं व कार्यकर्ताओं पर हमले करते हैं. इतना ही नहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याओं के आरोप भी पार्टी नेताओं की तरफ से सीधे तौर पर टीएमसी के जुड़े लोगों पर लगाए जाते हैं.