नई दिल्ली : बिहार चुनाव तेजस्वी यादव को बहुमत मिला तो वह भारतीय सियासत में संभवतः पहले ऐसे मुख्यमंत्री होंगे, जिनके माता-पिता दोनों ही चीफ मिनिस्टर रहे हों. वह एक ही परिवार से तीन मुख्यमंत्री बनने के अब्दुल्ला परिवार के रिकॉर्ड की बराबरी भी करेंगे. इससे पहले उनके पिता लालू प्रसाद यादव 10 मार्च 1990 को पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. तब तेजस्वी महज चार माह के थे. लालू दो बार सीएम रहे. उनकी मां राबड़ी देवी ने 25 जुलाई 1997 को मुख्य़मंत्री पद की शपथ ली थी. राबड़ी देवी ने छोटे-छोटे कार्यकाल में तीन बार सत्ता संभाली. जम्मू-कश्मीर में शेख अब्दुल्ला, उनके बेटे फारूक अब्दुल्ला और फिर उनके उमर अब्दुल्ला सीएम बने ।

तेजस्वी ने बिहार चुनाव में इस बार 247 रैली और चार रोड शो किए. उन्होंने एक दिन में 19 रैली कर अपने पिता लालू प्रसाद यादव का ही रिकॉर्ड तोड़ा. लालू प्रसाद के नाम एक दिन में 17 रैली का रिकॉर्ड था. तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव के मुताबिक, 31 अक्टूबर को सुबह पहली रैली उन्होंने सीतामढ़ी में सुबह 10 बजे की और शाम 4.45 बजे आखिरी रैली वैशाली में की. कई जगह रैली के लिए वह हेलीकॉप्टर से उतरते के बाद दौड़ते-दौड़ते मंच तक पहुंचते देखा गया ।
तेजस्वी 25 साल के न होने के कारण 2014 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सके. 2015 में उन्होंने राघोपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीता. तब जदयू और राजद का गठबंधन था. पिछले विधानसभा चुनाव में राजद ने 81 और जदयू ने 70 सीटें जीतीं. वह 26 साल की उम्र में (नवंबर 2015 से जुलाई 2017 तक) बिहार के उप मुख्यमंत्री बने ।