नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण में राम भक्तों की बाइक रैली पर हुए पथराव में सरकार ने पथरबाजों पर कड़ा एक्शन लिया है. गौतमपुरा के चांदनखेड़ी गांव में जनजागरण रैली पर हुए पथराव के बाद पूरे गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस और प्रशासनिक अफसर लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। पुलिस ने फायरिंग, जानलेवा हमला, आगजनी और धार्मिक स्थल (मीनार) तोड़ने पर दोनों पक्षों के विरुद्ध चार अलग-अलग केस दर्ज कर 30 लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह भी पढ़ें- Farmer Protest: ग्रेटर नोएडा के किसानों का धरना खत्म, मांगे मान ली गईं
उपद्रवियों के अवैध निर्माणों पर तोड़फोड़ की-
कुछ उपद्रवियों के अवैध निर्माणों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। अफसरों की गोपनीय रिपोर्ट में देपालपुर एसडीओपी आशुतोष मिश्रा भी दोषी हैं। एसपी (पश्चिम) महेशचंद जैन के मुताबिक, चांदनखेड़ी में फिलहाल शांति है। बुधवार को भी पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने अलग-अलग जगह कैंप लगा रखा है। इंटरनेट मीडिया की मॉनीटरिंग के लिए क्राइम ब्रांच को जिम्मा सौंपा है। उधर, पुलिस व प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार को उपद्रव में शामिल कुछ लोगों के अवैध निर्माणों पर जेसीबी चलाई।

वीडियो फुटेज के आधार पर की पहचान-
मंगलवार दोपहर रैली के संयोजक भरतसिंह आंजना की शिकायत पर सद्दाम, गब्बर, अय्यूब, गफ्फार सहित अन्य के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज किया था। वहीं दूसरा केस धर्माट निवासी भेरूलाल की शिकायत पर सलीम पटेल, सद्दाम, फईम, इमरान, शाहरुख, रफीक, रजमान सहित 23 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था। देर रात पुलिस ने सद्दाम, हातम, हाकीम, साबिर और शारीक व अन्य के बयानों पर रैली में शामिल लोगों (अज्ञात) पर प्राणघातक हमले का प्रकरण दर्ज कर लिया। हातम के पैर में दो गोलियां लगी हैं जबकि अन्य पर तलवार, रॉड से हमला हुआ है। पांचों एमवाय अस्पताल में भर्ती हैं।
यह भी देखें- Political events of the Year Ender 2020: साल 2020
उन्होंने बयानों में बताया कि वे कनवासा रोड़ पर रहते हैं। भीड़ घर में घुस गई और गाड़ियों में आग लगा दी। ट्रैक्टर में तोड़फोड़ कर दी और घर में भरा अनाज भी जला दिया। एसपी के मुताबिक, एक केस मीनार तोड़ने पर दर्ज हुआ है। वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है।