दिल्ली: शिवसेना ने देश में मस्जिदों के लाउडस्पीकरों पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से अध्यादेश लाने की मांग की है. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में छपे लेख में कहा गया है कि ध्वनि प्रदूषण के नियम सभी के लिए जरूरी है. इसलिए सरकार को अध्यादेश लाकर मस्जिदों में बज रहे लाउड स्पीकरों पर रोक लगानी चाहिए.
पर्यावरण संरक्षण और ध्वनि प्रदूषण बढ़ा-
‘सामना’ में छपे लेख में कहा गया है कि देश में ध्वनि प्रदूषण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर इसके बहुत बड़े कारण हैं. इन लाउडस्पीकरों की वजह से देश में पर्यावरण संरक्षण और ध्वनि प्रदूषण से जुड़ी दिक्कत भी बढ़ रही है. इस समस्या के निदान के लिए सरकार को केंद्र में अध्यादेश लाना चाहिए.
‘मुझे अज़ान सुनना अच्छा लगता है’- शिवसेना नेता-
बता दें कि इससे पहले शिवसेना की दक्षिण मुंबई इकाई के प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने एक उर्दू न्यूज पोर्टल को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि, ‘वह दक्षिण मुंबई में एक मुस्लिम कब्रिस्तान के पास रहता है और उसे ‘अज़ान’ का पाठ बहुत अच्छा लगता है और वह इसे सुनना पसंद करता है’. सपकाल ने कहा था कि उनके इलाके के बच्चों के लिए अजान कंपीटिशन आयोजित किया जाना चाहिए. पांडुरंग ने ये भी कहा कि दो दिन पहले कुछ मुस्लिम पदाधिकारी मिलने आए थे, वो बच्चों के लिए कोई स्पर्धा आयोजित करना चाहते थे इसलिए उन्हें भागवत गीता स्पर्धा की तरह अजान स्पर्धा का ऑनलाइन आयोजन कराने की बात कही थी. उन्होंने ये भी कहा, ‘खुद बाला साहेब ने कहा था कि उन्हें सभी धर्मो से प्यार है, बाला साहेब ने खुद मातोश्री में नमाज पढ़ने की अनुमति दी थी.’

इस बयान के बाद बीजेपी ने शिवसेना पर निशाना साधा था. जिसके बाद शिवसेना ने अब डैमेज कंट्रोल शुरू करते हुए मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाने की मांग की है.