जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ चल रही खींचतान के बीच पायलट समर्थकों ने शुक्रवार को जयपुर जिले के कोटखावदा में किसान महापंचायत कर भाजपा पर कम सीएम और कांग्रेस नेतृत्व पर ज्यादा निशाना साधा। महापंचायत में 14 विधायकों व एक दर्जन से अधिक पंचायत व जिला परिषद पदाधिकारियों ने पायलट को प्रदेश का नेता बताते हुए कहा कि अब अपने हक के लिए संघर्ष करना होगा। पायलट समर्थक विधायकों ने अपने संबोधन में अपनी ही सरकार और केंद्र को आड़े हाथों लिया। ये भी पढ़ें –चांदनी चौक में रातों रात बन नया हनुमान मंदिर, तोडे़ जाने पर हुआ था बवाल

पायलट ने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि देश का किसान रो रहा है, किसान को सहानुभूति नहीं सहयोग चाहिए। केंद्र सरकार की तानाशााही के खिलाफ मजबूती से सभी मिलकर लड़ेंगे। कृषि कानूनों के खिलाफ देश का किसान और नौजवान एक साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि देश में हालात खराब हैं, कांग्रेस किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि अन्न पैदा करने वाले किसान की कोई जाति नहीं होती है, वे सबके हैं। जाति के नाम पर किसानों को बांटने का काम किया जा रहा है। ये भी पढ़ें – इतने करोड़ के कर्ज में डूबे हैं प्रभास, मुश्किल वक्त का कर रहे हैं डटकर सामना

इस मौके पर सभी समर्थक विधायकों ने पायलट को संघर्ष करने वाला नेता बताते हुए इशारों ही इशारों में सीएम गहलोत पर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधा। महापंचायत में गहलोत गुट के विधायक प्रशांत बैरवा भी शामिल हुए। इस दौरान पायलट समर्थकों ने बैरवा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ये भी पढ़ें – शादी के लिए नहीं मानी फैमिली तो गर्लफ्रेंड के घर के बाहर धरने पर बैठ गया प्रेमी
आपको बता दें विधानसभा चुनाव से पहले पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे, उन्होंने छह साल तक तत्कालीन भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन किए थे। लेकिन कांग्रेस के सत्ता में आने पर गहलोत सीएम बन गए।