नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 15 जनवरी से शुरू किए गए निधि समर्पण अभियान में उम्मीद से ज्यादा राशि इकठी हो चुकी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, निधि समर्पण से आई राशि 2500 करोड़ रुपये को पार कर जाएगी। आपको बता दे अभी तक भारत के सभी जिलों की ऑडिट रिपोर्ट और बैंक डिटेल सामने नहीं आई है। जब यह डिटेल सामने आ जाएगी तब यह साफ हो सकेगा कि भारत भर में चलाए गए निधि समर्पण अभियान में कुल कितनी धनराशि राम मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त हुई है।
राम मंदिर निर्माण धनराशि
आपको बता दे निधि समर्पण अभियान के तहत किस प्रदेश से कितनी धनराशि एकत्रित हुई है इसका ब्यौरा भी आना शुरू हो गया है। ट्रस्ट के अनुसार पूर्वोत्तर के राज्यों में अरुणाचल प्रदेश से 4.5 करोड़, मणिपुर से 2 करोड़, मिजोरम से 21 लाख, नागालैंड से 28 लाख, मेघालय से 85 लाख, दक्षिण के राज्यों में तमिलनाडु से 85 करोड़ और केरल से 13 करोड़ की समर्पण निधि जमा हो चुकी है।

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10 करोड़ परिवारों से संपर्क
इस अभियान के लिए 4 लाख गांव के 10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया गया। 1 लाख 75 हजार टोलियों में लगभग 9 लाख लोगों ने समर्पण निधि जुटाने में लगे। संपूर्ण अभियान में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 49 नियंत्रण केंद्र बनाए गए। वही दिल्ली स्थित मुख्य केंद्र में दो चार्टर्ड अकाउंटेंट के नेतृत्व में एकाउंट्स की निगरानी के लिए 23 योग्य कार्यकर्ताओं के द्वारा संपूर्ण भारत से संपर्क साधा गया है।

विदेशों में भी निधि समर्पण
ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने विदेशों में रहने वाले भारतीयों से कहा है कि वह निधि समर्पण अभियान के जरिए राम मंदिर निर्माण में अपना योगदान देने के लिए थोड़ा इंतजार करें. कानूनी औपचारिकता पूरी होने के बाद विदेशों में भी निधि समर्पण कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने यह भी बताया कि राम मंदिर के लिए नींव खुदाई और मलबा हटाने का काम लगभग 65% पूरा हो चुका है. अप्रैल से नींव भराई का काम शुरू किया जाएगा.
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