नई दिल्ली : दुनियाभर में कोरोना महामारी को फैले एक साल पूरा होने वाला है और अब इसके खात्मे और इस बीमारी से लड़ने के लिए के लिए वैक्सीन भी तैयार होने लगी है, पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट भी कोविशील्ड के उत्पादन में और तेजी लाने वाला है, उसकी इसी तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 नवंबर यानी शनिवार को पुणे पहुंचेंगे, एसआइआइ ने वैश्विक फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कोरोना वैक्सीन के लिए साझेदारी की है, इस वैक्सीन का भारत में तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है, सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने सात फर्मों को कोरोना वैक्सीन की प्री-क्लीनिक्ल टेस्ट और विश्लेषण की अनुमति दी है। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल शामिल हैं।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन काफी तेज कर दिया है, कई लाख डोज अब तक तैयार हो चुके हैं और जैसे ही इसे हरी झंडी मिलती है, ये वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। इन सभी तैयारियों को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 नवंबर को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि वहां वे कोई एलान भी कर सकते हैं।

बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को कई राज्यों मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी, इस दौरान उन्होंने कोरोना के बढ़ते मामलों और वैक्सीन जैसे मुद्दों पर चर्चा की थी, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से वैक्सीन आने तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई को लेकर चौतरफा तैयारी की अपील की और कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है और वैक्सीन के मोर्चे पर कई सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, परंतु वैक्सीन कब तक आएगी, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है यह वैज्ञानिक ही तय करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था कि पूरी तरह सुरक्षित वैक्सीन को ही इस्तेमाल की अनुमति मिलेगी। उन्होंने वैक्सीन वितरण के लिए कोल्डचेन और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स गठित करने को कहा ।