नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलो को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सर्वदलीय बैठक हुई. ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही है. जिसमें तमिलनाडु के डीएमके नेता टीआर बालू ने बैठक में प्रेजेंटेशन को सिर्फ हिन्दी में होने पर आपत्ति जाहिर की. जिसको लेकर एक अलग ही मसले पर विवाद खड़ा हो गया. उन्होंने सवाल किया कि प्रेजेंटेशन हिन्दी में ही क्यों, अंग्रेजी में क्यों नहीं हुई. या फिर उसका सब टाइटल क्यों नहीं दिखाया गया.

हालांकि बैठक में मौजूद अन्य मंत्री ने नेता को भरोसा दिलाया कि पूरी बैठक में जो प्रेजेंटेशन दिखाई गई है, उसका अंग्रेजी अनुवाद उन्हें दिया जाएगा. बता दें की बैठक में पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बैठक में मौजूद हैं. संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी बैठक में शामिल हैं.
हालांकी कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से यह दूसरी बार है जब सरकार ने कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इसके साथ ही अगर बात करें तो इस विषय पर संसद के शीतकालीन सत्र के आयोजन पर चर्चा हो सकती है, जो कि बजट सत्र के साथ जोड़ा जा सकता है, जो आमतौर पर जनवरी के अंतिम सप्ताह में शुरू होता है.
आपको बता दें कि तमिलनाडु और अन्य दक्षिण के राज्यों में हिन्दी प्रेजेंटेशन को लेकर काफी विवाद होता रहा है. बीते दिनों जब सरकार ने नई शिक्षा नीति जारी की थी, तब भी इसको लेकर ऐसी ही आपत्ति जाहिर की गई थी.