नई दिल्ली: नोएडा और दिल्ली के बीच रहने वाले लोगों के लिए एक खुशखबरी है. नोएडा के महत्वपूर्ण पृथला फ्लाईओवर के निर्माण के लिए एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है. बता दें कि दिल्ली में बने सिग्नेचर ब्रिज की तर्ज पर शहर में पर्थला गोल चक्कर पर केबल सस्पेंशन के जरिये फ्लाईओवर बनने जा रहा है।

फ्लाईओवर का निर्माण कार्य 12 माह में पूरा हो जाएगा, बता दें कि 697.5 मीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण 26 दिसंबर से शुरू होगा, निर्माण पर प्राधिकरण करीब 80.53 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
छह टेंडरों के बाद प्राधिकरण ने निर्माण कंपनी का चयन किया है. निर्माण पूरा होने पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट समेत गाजियाबाद, हापुड़ तक की यातायात व्यवस्था सुगम होगी. यातायात सुगम होने के बाद करीब पांच लाख लोगों को इसका सीधा फायदा होगा. मौजूदा समय में पर्थला गोल चक्कर पर 1.25 लाख वाहनों का दबाव है।
इन जगहों पर होगा फायदा-
फ्लाईओवर बनने के बाद सेक्टर-51, 52, 61, 70, 71, 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 121, 122 के निवासियों को यातायात में काफी सुगमता होगी. इसके अलावा दिल्ली से सरिता विहार से गाजियाबाद, हापुड़ व ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जाने के लिए इस चौराहे पर बिना लाल बत्ती के सीधे पहुंचा जा सकता है. इसके निर्माण से ग्रेटर-नोएडा वेस्ट में रहने वाले कई लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
तीन पिलर पर होगा तैयार-
697.5 मीटर लंबे फ्लाईओवर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह सिर्फ तीन पिलर पर तैयार होगा. दो पिलर के बीच की दूरी 75 मीटर होगी. तीसरा पिलर 48 मीटर ऊंचा होगा, जिससे दोनों तरफ सस्पेंशन केबल को जोड़ा जाएगा।