नई दिल्ली: मामला नोएडा का है जहां नया गांव में शुक्रवार को रोडरेज का शिकार हुए एक छात्र ने आरोपितों के सामने हाथ जोड़े, और उनके पैर भी पकड़े, लेकिन उनका कलेजा नहीं पसीजा. और लगातार डंडो से वार करके उसकी हत्या कर दी. बता दें कि अलीगढ़ के खैर कस्बे के फतेहगढ़ी गांव निवासी 15 वर्षीय रोहित लॉकडाउन के बाद स्कूल बंद होने पर पिता और दो भाइयों के साथ नोएडा आया था।

किेसी ने नहीं रोका दबंगों को-
रोहित के पिता मान सिंह ने बताया कि, जिस समय उन युवकों ने बाइक से सब्जी की ठेली में टक्कर मारी थी, वह उस समय दिल्ली में थे, लेकिन आसपास के लोगों ने बताया कि रोहित ने बाइक वालों से हाथ जोड़कर माफी मांगी थी. उस समय तो बाइक सवार वहां से चले गए, लेकिन थोड़ी ही देर में लाठी और डंडे लेकर वापस आए. उस समय भी रोहित ने माफी मांगी और पैर भी पकड़े थे, लेकिन आरोपियों ने उसकी एक न सुनी. उसके सिर और शरीर पर डंडे व लाठी से कई बार वार किए. युवकों के दबंग होने के कारण उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।
जिसके बाद रोहित को गंभीर हालत में नोएडा के यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. रोहित के भाई अजय की शिकायत पर पहले जानलेवा हमला व फिर गैर इरादतन हत्या व एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज कर कोतवाली पुलिस ने राघव निवासी पहासू बुलंदशहर और आशीष निवासी बिजनौर को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि नोएडा में रोहित सब्जी का ठेला लगाकर अपनी पढ़ाई के लिए फीस व अन्य चीजों की व्यवस्था कर रहा था. फिलहाल घर के सबसे छोटे बेटे की मौत से पूरा परिवार सदमे में है. उसका अंतिम संस्कार फतेहगढ़ी में किया गया है. रोहित के पिता कि प्रशासन से मांग है कि उनके बेटे की हत्या करने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।