नई दिल्ली: बंगाल से शुरू हुआ तुफान आज तमिलनाडु के तट से टकराने वाला है. फिलहाल तमिलमाडु, आंध्रप्रदेश और पुडुचेरी में तूफान से पहले बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार शाम 5.30 से पहले 145-150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफतार से तूफान आ सकता है. लेकिन इससे ज्यादा देरी होने पर तूफान कमजोर पड़ेगा जिससे लोगो को राहत मिलेगी.

चेन्नई में अभी तक कुल 129 राहत शिविर बनाए गए है और वहीं 8 राहत केंद्रो पर पहले से ही 312 लोग शरण लिए हुए है. तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में कल से बारिश शुरू होने के बाद जन जन तक चेतावनी पहुचाई जा चुकी है.तूफान के आने से पहले सेटेलाइट्स से जो संदेश मिल रहे है. उसके अनुसार हवाओं की गति 100 किलोमिटर प्रतिघंटा से उपर तो रहेगी ही और 150 प्रतिघंटा तक भी जा सकती है.यह तूफान आज शाम 5.30 बजे से पहले कभी भी मामलापुरम और कैराकल के बीच तट से टकराएगा.
निवार चक्रवात का कहर-
तमिलनाडु में बारिश को लेकर लोगों को जागरुक किया जा चुका है, पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर लौट जाने के संदेश दिए जा चुके हैं. मछुवारे अपनी-अपनी नावों को अभी से बाहर निकाल चुके हैं, इस साल बंगाल की खाड़ी मानों बवाल बन गई है, इसी साल 21 मई को अम्फान तूफान बंगाल की खाड़ी से ही उठा था, तब नुकसान पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में ज्यादा हुआ था और इस बार तूफान के निशाने पर तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, पुडुचेरी और तेलगंना है. एनडीआरफ ने तीनों राज्यों में अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिसको लेकर खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कल तीनों राज्यों के मुख्यंत्रियों से बातचीत कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
जानकारी के आनुसार तमिलनाडु के पुडुकोट्टाई, नागापट्टिनम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, थंजावुर, चेंगाल्पेट, अरियालुर, पेरमबलूर, कलाकुरुचि, तिरुवन्नामलाई और तिरुवल्लूर में तूफान का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल सकता है. इसके अलावा पुडुचेरी और कराइकल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. अगर इस तूफान ने भयावह रूप धारण कर लिया तो आशंका जताई जा रही है कि तटीय इलाकों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक का दक्षिणी अंदरुनी इलाको और ओडिशा के दक्षिणी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिल सकता है.
मौसम विभाग के मुताबिक,चक्रवाती तूफान निवार बुधवार शाम कराईकल और ममल्लापुरम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार कर सकता है. तमिलनाडु में सोमवार से ही बारिश का दौर चल रहा है. तूफान के यहां पहुंचने के दौरान तेज बारिश के साथ करीब 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं.