नई दिल्ली : दिल्ली दंगे की साजिश रचने के मामले में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र में दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपित व आम आदमी पार्टी के पार्षद रहे ताहिर हुसैन का एक सनसनीखेज बयान संलग्न किया है। इसमें ताहिर ने गत वर्ष आठ जनवरी को शाहीन बाग में उमर खालिद के साथ हुई बैठक के बारे में बताया है।

ताहिर हुसैन के बयान के अनुसार, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में सक्रिय उमर खालिद ने ताहिर से कहा था कि ‘जब तक हंगामा नहीं करेंगे, सरकार बात नहीं मानेगी। चाहे जितने घरों को जलाना पड़े, हिंदुओं को मारा जाए। किसी भी कीमत पर सरकार को हिलाना है।’
ताहिर सहित इन सभी को आरोपित बनाया-
खजूरी खास इलाके में हुई हिंसा में दर्ज मुकदमे में पुलिस ने ताहिर, खालिद सैफी सहित 15 लोगों को आरोपित बनाया था। उमर खालिद को भी हाल में ही आरोपित बनाया गया है। गत 26 दिसंबर को उसके खिलाफ पूरक आरोपपत्र दायर किया गया था और पांच जनवरी को कड़कड़डूमा स्थित मुख्य महानगर दंडाधिकारी दिनेश कुमार के कोर्ट ने सुनवाई की थी।
ताहिर ने बयान में कही ये बातें-
ताहिर ने बयान में कहा है कि ‘उमर खालिद ने बताया था कि उसके मित्र और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) दंगे के लिए आर्थिक मदद देंगे। दंगे के लिए लोगों को तैयार करें व जरूरी सामग्री खरीदें। इसके बाद मैंने अपने क्षेत्र के गुलफाम को दंगे के लिए तैयारी करने को कहा। गुलफाम की मांग पर उसकी लाइसेंसी पिस्तौल के लिए गोलियां खरीदने को 15,000 दिए, जिससे उसने 100 गोलियां खरीदीं।