नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली समेत पूरे भारत में इन दिनों बर्ड फ्लू का खतरा तेजी से फैलता दिख रहा है। दिल्ली में भी बर्ड फ्लू के चलते कई पक्षियों की मौत भी हो चुकी है। वहीं, नगर निगम और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने भी बर्ड फ्लू के खतरे को रोकने और पक्षियों की जान बचाने के लिए चौक चौराहों और गोल चक्करों पर दाना डालने वालों को आगाह करते हुए कहा है कि यह इंसानों और पक्षियों दोनों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है।

दिल्ली की इन इलाकों में शख्ती तेज-
राजघाट, कनॉट प्लेस, लाल किला, जामा मस्जिद, जंतर-मंतर, इंडिया गेट, शांतिवन, दरियागंज, आनंद पर्वत, करोल बाग, आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन समेत अन्य इलाकों में लोग बड़ी संख्या में सुबह-सुबह पक्षियों को दाना डालते हैं, जिससे बड़ी संख्या में कबूतर, कौए, चिड़िया व अन्य पक्षी दाना चुगने के लिए जमा होते हैं। राजधानी में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद प्रशासन और नगर निगम लोगों की इस आदत को रोकने के लिए सख्त नजर आ रहे हैं। इसके लिए जगह-जगह विशेष निगरानी के लिए टीमें बनाई गई हैं।
पक्षियों के मल मूत्र से है ये खतरा-
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश ने बताया कि चौक चौराहों पर ध्यान रखने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। वहीं, एनडीएमसी ने भी दाना बेचने वाले लोगों को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम और एनडीएमसी ने भी शहर के चौराहों और गोलचक्कर पर दाना डालने वाले लोगों को आगाह किया है कि वह कुछ दिनों के लिए पक्षियों को दाना नहीं डालें, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। निगम अधिकारियों की मानें तो दाना खाने के लिए एक साथ बड़ी संख्या में पक्षी एकत्रित होते हैं, जिसके बाद पक्षी उसी स्थान पर मल मूत्र करते हैं, जिससे फ्लू के फैलने का खतरा अधिक रहता है।