नई दिल्ली : बिहार में नितीश की सरकार बनते ही पहला झटका लग गया है, बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मेवालाल चौधरी के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था. जेडीयू कोटे से मंत्री बनने वाले मेवालाल चौधरी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया था. बिहार की तारापुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के टिकट पर दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. मेवालाल चौधरी 2015 में पहली बार विधायक बने थे जबकि इससे पहले वो शिक्षक रहे हैं.

आरजेडी ने लगाए आरोप-
आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी. वहीं मेवालाल चौधरी इस आरोप को लेकर आक्रामक नजर आए थे उन्होंने कहा था कि वह आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ 50 करोड़ का मुकदमा दायर करेंगे. उन्होंने कहा कि ” मेरी पत्नी की मौत के मामले में जिस तरीके से आरोप लगाए जा रहे हैं उसको लेकर मैं तेजस्वी को कानूनी नोटिस भेजूंगा और 50 करोड़ का मानहानि का मुकदमा भी करूंगा.”
तेजस्वी यादव ने किया टवीट-
मेवालाल के इस्तीफे को लेकर तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा है, ” मा. मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द.”
भ्रष्टाचार का आरोप-
2017 में मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का आरोप है. उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की. इस मामले को लेकर उनके ऊपर प्राथमिकी भी दर्ज है