नई दिल्ली : गाजा पट्टी में इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव बरकरार है। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने संवाददाताओं को एक संदेश में कहा कि सोमवार को तनाव शुरू होने के बाद से 103 फलस्तीनियों की मौत हो गई, जबकि 487 घायल हुए हैं। मालूम हो कि सोमवार को गाजा में हमास के आतंकियों ने इजरायल में 1,600 से अधिक रॉकेट दागे, जबकि इजरायली सेना का कहना है कि उसने अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम से ढेर सारे रॉकेटों को हवा में ही ध्वस्त कर दिया। आइए जानतें हैं कि इजरायल के पास आखिर कौन सी वह मिसाइल डिफेंस तकनीक है, जिससे उसने इस भयानक हमले को नाकाम कर दिया….

आयरन डॉम की कहानी
इजरायल के इस एयर डिफेंस सिस्टम को ‘आयरन डोम’ कहा जा रहा है। इजरायली सेना का दावा है कि उसका ‘आयरन डोम’ सिस्टम दुश्मन की 90 फीसद मिसाइलों को हवा में ही ध्वस्त कर देता है। यह एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मन के ड्रोन को भी नेस्तनाबूंद कर देता है।
किसी भी मौसम में सक्षम
इजरायली कंपनी राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्री ने इस एयर डिफेंस सिस्टम को बनाया है। ‘आयरन डोम’ एयर डिफेंस सिस्टम का दुनिया लोहा मानती है। यह दुनिया की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में शुमार है। यह दिन-रात समेत किसी भी मौसम में मार करने में सक्षम है।
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जानिए कब बना या सिस्टम
आइये अब जानते हैं इसके निर्माण के पीछे की कहानी… दरअसल साल 2006 के लेबनान के हिजबुल्लाह के साथ इजरायल की लड़ाई छिड़ गई। इजरायल पर दुश्मनों ने हजारों रॉकेट दागे थे। इससे सबक लेते हुए इजराइल ने एक एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम बनाने की घोषणा की।
ऐसे करता है काम
आइये अब जानते हैं कि यह काम कैसे करता है। दरअसल यह एक ग्राउंड-टू-एयर डिफेंस सिस्टम है, जो रडार और तामिर इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस है। रडार दुश्मन मिसाइलों की जानकारी देता है और बताता है कि मिसाइल या रॉकेट कहां गिर सकता है और यह कितनी दूर है। इसके बाद इंटरसेप्टर मिसाइलें अपना काम करती हैं और हवा में ही दुश्मन रॉकेट ध्वस्त कर दिए जाते हैं।