नई दिल्ली : सरकारी तेल कंपनियों ने आम जनता को झटका दे दिया है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों मे बढ़ोतरी कर एलपीजी और रसोई गैस सिलिंडर के दामों में भी बढ़ोत्तरी कर दी हैं। बता दें कि तेल कंपनियां हर महीने एलपीजी सिलिंडर के दामों की समीक्षा कर इन के रेट तय करती है। उस के बाद हर राज्य आपना टैक्स अलग-अलग से लगाते है और इसी तरह से ही एलपीजी के दाम तय होता किये जाते है।

वहीं अब 14.2 किलोग्राम का बगैर सब्सिडी वाला एलपीजी रसोई गैस सिलिंडर के लिए लोगों को ज्यादा कीमत चुकानी होगी। साथ ही 19 किलोग्राम के सिलिंडर की कीमतों में कमी की गई है।
सिलिंडर 25 रुपये महंगा किया
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी एलपीजी सिलिंडर 25 रुपये महंगा किया है। दिल्ली और मुंबई में अब 694 रुपये से बढ़कर 719 रुपये किया है। कोलकाता में अब दाम 720.50 रुपये था, जो अब 745.50 रुपये हो गया है और साथ ही चेन्नई में अब 710 रुपये से बढ़कर 735 रुपये किया है। इससे पहले 15 दिसंबर को भी इसकी कीमतों में 50 रुपये का इजाफा किया गया था।
19 किलोग्राम के सिलिंडर की कीमत में इजाफा
19 किलोग्राम के कॉमर्शियल गैस सिलिंडर के दाम में छह रुपये की कमी की गई है। देश की राजधानी दिल्ली में अब 1539 रुपये से कम कर के 1533 रुपये किया गया है। कोलकाता में इसका दाम 5.5 रुपये कम हुआ है, जिसके अब 1604 रुपये से 1598.50 रुपये का हो गया है। मुंबई और चेन्नई में भी यह 5.5 रुपये सस्ता हुआ है और जो अब1482.50 और 1649 का हो गया है।
गैस सिलिंडर पर सब्सिडी
भारत सरकार एक वर्ष में हर घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलिंडरों की सब्सिडी देती है। वहीं अगर कोई ग्राहक इससे ज्यादा सिलिंडर लेना चाहते है, तो उन्हो को बाजार मूल्य देना होता है। गैस सिलिंडर की कीमत हर महीने बदली जाती है जिस का कारण औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों को बताया जाता है। जो बदलाव के लिये जिम्मेदार होते है। रसोई गैस सिलिंडर की कीमत चेक करने के लिए आपको सरकारी तेल कंपनी की वेबसाइट से दाम की जानकरी मिलती है। आपनी नए रेट की जानकारी कंपनियां हर महीने आपनी वेबसाइट में देती है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में इजाफा
सरकार के नई बढ़ी हुई डीजल की कीमत में 35 से 37 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है। साथ ही पेट्रोल में भी 35 से 34 पैसे तक कीमत बढ़ोतरी की गई है। दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।