नोएडा : यूपी एटीएस ने सोमवार (1 मार्च, 2021) को उन्नाव और नोएडा से 2 रोहिंग्या को गिरफ्तार किया। आरोप है कि ये दोनों भारत में अवैध रूप से रोहिंग्या में प्रवेश करवाते थे। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (UNHCR) में उनका पंजीकरण कराकर देश के अलग-अलग शहरों में उनके रहने और रोजगार की व्यवस्था करते थे। इसके लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार कराते थे। एटीएस को दोनों की देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के सबूत हाथ लगे हैं।

नोएडा से भी हुए गिरफ्तार
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था (एडीजी) प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस ने नोएडा से मोहम्मद फारूख और उन्नाव से शाहिद को गिरफ्तार किया है। मोहम्मद फारुख का असली नाम हसन अहमद है, जो म्यांमार के आकियाब जिले का रहने वाला है। दोनों सगे भाई हैं।
बांग्लादेश की सीमा से आए भारत
पूछताछ के दौरान पता चला है कि इनकी मां और बहन अलीगढ़ में रहती हैं। इनके पास से 5 लाख रुपए व और सभी भारतीय दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इनके बाकी साथियों को जिन्हें बांग्लादेश से भारत लाया गया है, उन तमाम लोगों की जानकारी जांच टीम जुटाएगी। अभी तक 1600 रोहिंग्याओं को चिन्हित किया गया है, जिनकी तलाश जारी है।एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि यह भी पता चला है कि आरोपी का बहनोई हुसैन अहमद परिवार के साथ हरियाणा के नूह में रहता है। फारुख ने स्वीकार किया है कि वह अपने भाई शाहिद के साथ रोहिंग्याओं को बांग्लादेश की सीमा से भारत लाए थे।
कश्मीर से 2 रोहिंग्या पकडे गए
उधर, जम्मू-कश्मीर में भी 2 रोहिंग्या पकड़े गए हैं। इनमें से एक नरवाल की एक मस्जिद में मौलवी बनकर रह रहा था। उसका एक साथी भी पकड़ा गया है। इनके पास से त्रिकुटा नगर पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट बरामद किया है।