नई दिल्ली : कई दिनों से किसान सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, आज उनका ग्यारहवां दिन है. अब किसानों ने भारत बंद करने का एलान भी कर दिया है. तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को अब देशव्यापी आंदोलन बनाने की तैयारी है. देशभर के किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. इसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान समेत कई राज्यों के किसान संगठन शामिल हैं. कई राजनीतिक दलों ने भी इस बंद को समर्थन दिया है. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी बंद का समर्थन किया है.

भारत बंद पर कांग्रेस का समर्थन-
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “कांग्रेस ने 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करने का फैसला किया है. हम अपने पार्टी कार्यालयों पर भी प्रदर्शन करेंगे. यह किसानों को राहुल गांधी के समर्थन को मजबूत करने वाला कदम होगा. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदर्शन सफल हो.”
इन पार्टियों का रहेगा समर्थन-
ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले बुलाए गए भारत बंद में देशभर के 400 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं. कांग्रेस के अलावा दूसरे राजनीतिक दलों ने भी उसे समर्थन दिया है. तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, राजद, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और सपा ने भी भारत बंद का समर्थन किया है. लेफ्ट पार्टियों में सीपीआई, सीपीआईएम, सीपीआई (एमएल), RSP और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने भी बंद का समर्थन किया है.