नई दिल्ली: रिलायंस जियो के टेलीकॉम टावर क्षतिग्रस्त कर दिए जाने के मामले में कंपनी और उसकी स्पर्धी एयरटेल में ठन गई है। भारती एयरटेल ने दूरसंचार विभाग ) को पत्र लिखकर जियो के आरोपों को बेबुनियाद और साख पर चोट पहुंचाने वाला बताया है। टेलीकॉम सचिव अंशु प्रकाश को लिखे पत्र में एयरटेल ने कहा कि वह रिलायंस जियो द्वारा 28 अप्रैल, 2020 को डीओटी को लिखे पत्र से अवगत है।

इस पत्र में जियो ने पंजाब व हरियाणा में चल रहे किसान आंदोलनों के दौरान उसके टेलीकॉम टावर क्षतिग्रस्त होने की बात कही है। एयरटेल का कहना था कि रिलायंस जियो के आरोप बेबुनियाद हैं, क्योंकि उसने इसका कोई सुबूत नहीं दिया है कि उसके टेलीकॉम टावरों को क्षतिग्रस्त करने वालों को एयरटेल ने उकसाया है। गौरतलब है कि वर्तमान किसान आंदोलन के दौरान पंजाब व हरियाणा में रिलायंस जियो के करीब 1,600 टेलीकॉम टावरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।

आंदोलन के दौरान किसानों की तरफ से लगातार यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार अंबानी और अडानी समेत चुनिंदा उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए नया कृषि कानून लेकर आई है। रिलायंस जियो ने दिसंबर में पहले टेलीकॉम नियामक ट्राई और बाद में डीओटी को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पंजाब व हरियाणा में उसके टेलीकॉम टावरों को जिन लोगों ने क्षतिग्रस्त किया है, उन्हें ऐसा करने के लिए एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी स्पर्धी कंपनियां उकसा रही हैं।