नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले की 30 वर्षीय महिला पूजा देवी राज्य की पहली महिला बस ड्राइवर बनी। तीन बच्चों की मां पूजा देवी ने पहली बार जम्मू-कठुआ मार्ग पर बस चलाई और कई अन्य महिलाओं के लिए मिसाल बनीं. ड्राइवर के काम के दौरान उनका 7 वर्षीय बेटा भी बस में उनके साथ रहता है।

शौकिया तौर पर सीखी ड्राइविंग
बता दें कि पूजा ने पांच साल पहले शौक के लिए ड्राइविंग सीखी थी। बाद में वह ड्राइविंग ट्रेनर बन गई । जिसके बाद वह एक बड़ी गाड़ी चलाने का सपना देखने लगी। उनका यह सपना पूरा होते देर नहीं लगी जब उन्हें जम्मू कश्मीर परिवहन विभाग में बस ड्राईवर की नौकरी मिल गई। 23 दिसंबर को पूजा ने पहली बार प्रदेश सरकार की बस चलाई।
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परिवार वाले थे फैसले के खिलाफ
पूजा के इस प्रोफेशन में ड्राइवर बनना इतना आसान नही था। उनके परिवार व ससुराल वाले इसके खिलाफ थे। शुरूआत में उनके पति भी ड्राइवर बनने के फैसले के खिलाफ थे। लेकिन पूजा देवी की लगन देख कर उनके पति ने सपने को पूरा करने में सहायता की। जिसके बाद उन्होंने महिला बस ड्राइवर बनने में कड़ी मेहनत की।
मामा ने की ड्राइवर बनने में मदद
पूजा देवी ने बताया कि शुरू में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। क्योंकि लोगों की सोच में सिर्फ पुरुष ही यात्री बस ड्राइव कर सकते थे। उनका मानना है कि जब महिलाएं फाइटर प्लेन उड़ा सकती हैं, ट्रेन चला रही हैं तो फिर बस क्यों नहीं चला सकती एक प्रोफेशनल ड्राइवर बनना मेरे जीवन का मकसद है।