नई दिल्ली: जगजीत सिंह हिंदुस्तान के सबसे बड़े गजल गायकों में से एक थे. आज उनका 80वां जन्मदिन हैं जगजीत सिंह आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी रूहानी आवाज का जादू आज भी हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है. जगजीत सिंह ने गजल की दुनिया में अपनी नायाब आवाज में वो नज्में पेश की हैं जो अमर हैं।

रूहानी आवाज के जादूगर-
गजल का जिक्र होते ही जेहन में सबसे पहले जिसका नाम आता है वह महान गजल गायक जगजीत सिंह का नाम है. जगजीत सिंह की रूहानी आवाज आज भी सुनकर दिलों में जज्बातों के भंवर उमड़ पड़ते हैं. जगजीत जी ग्यारह भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थे. उनका जन्म 8 फरवरी 1941 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक सरकारी कर्मचारी अमर सिंह के यहां हुआ था उनकी पैदाइश के वक्त घरवालों ने उनका नाम जगमोहन रखा था लेकिन एक बुजुर्ग की सलाह पर उनकी मां ने उनका नाम जगमोहन से जगजीत कर दिया।

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फिल्मो में दिए कई हिट गाने-
जगजीत सिंह ने अपनी पहली रिकॉर्डिंग जालंधर के ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन में की थी. उस दौर में जगजीत सिंह साल में 6 बार ऑल इंडिया रेडियो के लिए लाइव प्रोग्राम किया करते थे. इसके बाद वो अपने इस पैशन को करियर में बदलने के लिए मुंबई निकल पड़े. इस दौर में वो अपनी जीविका कमाने के लिए शादियों में परफॉर्म करने के साथ वो विज्ञापनों के लिए जिंगल्स बनाया करते थे. गजल गायक के अलावा जगजीत सिंह बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगर के तौर भी बेहद कामयाब रहे. एल्बम के अलावा उन्होंने फिल्मों में भी खूब सारे हिट गाने गाए. ‘तुमको देखा तो ये ख्याल आया, जिंदगी धूप तुम घना साया’ गाना किसी फिल्म में जगजीत का पहला गाना था।

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चित्रा दत्ता के साथ मोहब्बत की दास्तान-
साठ के दशक के आखिर में जगजीत सिंह की मुलाकात चित्रा दत्ता से हुई थी. उन दोनों को प्यार हुआ फिर जमाने की परवाह किए बिना दोनों एक दूसरे के हो गए. जगजीत सिंह और चित्रा दत्ता के मोहब्बत की दास्तान भी बेहद दिलचस्प है. चित्रा ने पहली बार जगजीत को तब देखा था जब वो उनके पड़ोस में गाना गा रहे थे।