नई दिल्ली: गूगल ने बुधवार यानी आज अमेरिकी समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ता डॉ फ्रैंक कामेनी का डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया। गूगल के होम पेज पर डॉ. कामेनी को फूलों की माला पहने हुए दिखाया गया है। फ्रैंक कामेनी (Frank Kameny) को अमेरिका में समलैंगिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले शख्स के रूप में याद किया जाता है।

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LGBTQ समुदाय को दिलाए अधिकार
गूगल ने कामेनी को अमेरिका में एलजीबीटीक्यू अधिकार आंदोलन का सबसे प्रमुख व्यक्ति के तौर पर पेश किया है। इसके साथ गूगल ने लिखा की दशकों की प्रगति के लिए साहसपूर्वक मार्ग प्रशस्त करने के लिए आपका धन्यवाद। दुनिया भर में जून का महीना प्राइड मंथ के रूप में मनाया जाता है और इस महीने में गूगल द्वारा कामेनी को याद करना एलजीबीटीक्यू समुदाय के लिए सम्मान की बात है।

कौन थे फ्रैंक कामेनी?
कामेनी का जन्म 21 मई, 1925 को न्यूयॉर्क के क्वीन्स में हुआ था। उन्होंने भौतिकी का अध्ययन करने के लिए 15 साल की छोटी उम्र में क्वींस कॉलेज में दाखिला लिया। कामेनी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से खगोल विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने से पहले द्वितीय विश्व युद्ध में लड़ाई लड़ी। 1957 में, वह आर्मी मैप सर्विस के साथ एक खगोलशास्त्री बन गए, लेकिन सरकार द्वारा LGBTQ समुदाय के सदस्यों को संघीय रोजगार से प्रतिबंधित करने के कुछ महीने बाद उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।