नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। 11 से 14 जून, 2021 तक यह बैठक कॉर्नवल में होने वाली है।

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शिखर सम्मेलन से पहले भारत आ सकते हैं बोरिस
रविवार को ब्रिटिश उच्चायोग की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज में इस बात की जानकारी दी गई। इसमें ये भी कहा गया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले भारत का दौरा कर सकते हैं।

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यूके और भारत ने एक साथ किया काम
ब्रिटेन ने भारत को ‘दुनिया की फार्मेसी’ करार देते हुए कोरोना वायरस वैक्सीन के उत्पादन में इसके प्रयासों की सराहना की है। साथ ये भी कहा है कि “भारत पहले से ही दुनिया के 50 फीसदी से अधिक वैक्सीन की आपूर्ति करता है, यूके और भारत ने महामारी के दौरान एक साथ करीब से काम किया है।” जानकारी के अनुसार इस साल ब्रिटेन ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं को भी आमंत्रित किया है ताकि वे विशेषज्ञता और अनुभव को गहरा करने के लिए अतिथि देशों के रूप में भाग लें।

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आधुनिक दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा
वहीं बोरिश जॉनसन ने कहा, “कोरोनो वायरस बेशक सबसे विनाशकारी शक्ति है जिसे हमने देखा है और आधुनिक दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा है जिसे हमने अनुभव किया है। हम खुलेपन की भावना के साथ एकजुट होकर बेहतर निर्माण की चुनौती का सामना करें, केवल यही सही होगा। आपको बता दें कि समिट में कोरोना वायरस से लेकर जलवायु परिवर्तन और यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर जगह के लोग खुले व्यापार, तकनीकी परिवर्तन और वैज्ञानिक खोज से लाभान्वित हों, जैसे विषय शामिल हैं। जी-7 यूके, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूएसए और ईयू का समूह है।