दिल्ली: शनिवार को जेडी नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा की उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार बनाकर राज्य की जनता के बीच बनाया गया 12 साल का भरोसा खो दिया. उनका कहना है की वह कांग्रेस के बनाए जाल में फस गए थे. कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पर षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने भी उन्हें इतना बड़ा ”धोखा” नहीं दिया.

वहीं सिद्धारमैया ने उनके आरोपो का पलटवार करते हुए कहा कि कुमारस्वामी ”झूठ बोलने में” बहुत माहिर हैं और साथ ही आंसू बहाना उनके परिवार की पुरानी आदत है.जेडी (एस) को 37 सीटें मिलने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाना क्या हमारी गलती थी?
12 साल का टूटा भरोसा-
बता दें की पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने मैसूर में मिडिया से कहा, ”मैने 2006-07 में मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की जनता का जो भरोसा हासिल किया था और जिसे 12 साल तक बरकरार रखा था वह अब कांग्रेस से हाथ मिलाकर खो दिया है” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कांग्रेस से गठबंधन को लेकर हाथ नहीं मिलाना चाहिए था, पार्टी सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा के रुख की वजह से वह गठबंधन की सरकार बनाने के लिए राजी हुए थे.
उन्होंने यह भी कहा, मेरी पार्टी को अपनी मजबूती खोकर उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. क्योंकी में देवगौड़ा की भावनाओं के चलते कांग्रेस के जाल में फंस गया था, जिसका खामियाजा मेरी पार्टी को बीते तीन साल में हुए चुनाव के दौरान भुगतना पड़ा.
दरअसल 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जब किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था तो एक -दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस – जेडी(एस) ने मिलकर सरकार बनाई थी और कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. दोनों पार्टियों ने पिछले साल साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसके बाद से ही गठबंधन में आंतरिक मतभेद पैदा हो गए और साथ ही कुछ विधायकों की बगावत के चलते गठबंधन सरकार गिर गई.