दिल्ली: बेल्जियन के एक मॉल में स्थित केयर होम में 25 दिसंबर को एक व्यक्ति सांता क्लॉस बनकर आया था. इस दौरान उसने कई लोगों के साथ समय बिताया. पीसीआर की रिपोर्ट के अनुसार, जब यह व्यक्ति सांता क्लॉस की ड्रेस पहनकर केयर होम आया था, तब उसे यह नहीं पता था कि वो कोरोना वायरस से संक्रमित है. हालांकि, बाद में जब वो बीमार पड़ा तो उसने अपना टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
अभी तक 121 संक्रमित-
इसके बाद इस केयर होम में एक-एक करके लोग कोरोना की चपेट में आने लगे. खबर के अनुसार, अभी तक 121 लोग और 36 स्टाफ के लोग संक्रमित हो चुके हैं. खबर के मुताबिक, क्रिसमस से एक दिन पहले और क्रिसमस के दिन पांच लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जिसके बाद केयर होम के अभी तक 18 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जब से केयर होम के लोग कोरोना से संक्रमित होने लगे, उसके बाद अधिकारियों ने यह पता लगाने की कोशिश की कि ऐसा हुआ क्यों और इसी दौरान उन्हें सांता बनकर आए व्यक्ति पर शक हुआ.

केयर होम के कर्मचारी लोगों का मनोबल बढ़ाना चाहते थे, और इसलिए उन्होंने सांता क्लॉज का प्लान किया था. केयर होम के कर्मचारियों ने बताया कि जब सांता आया था, तब वह अस्वस्थ महसूस नहीं कर रहा था. केयर होम में बुजुर्गों की देखभाल करने वाले कर्मचारियों के अनुसार, जिस आदमी ने सांता के कपड़े पहने थे, वह वास्तव में एक चिकित्सक है जो अन्य समय पर निवासियों की देखभाल में मदद करता है.
सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का किया उल्लघन-
बता दें, इस शहर की जनसंख्या 35 हजार की है और लोग वायरस को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं. माॅल के अधिकारियों ने कहा कि सांता कई जगहों पर गया जिसमें बैठक कक्ष भी शामिल है. मेयर ने बताया कि शुरूआत में कहा गया कि सांता ने सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन किया था, लेकिन सोशल मीडिया पर उपलब्ध फोटो देखकर लगता है कि उन्होंने ऐसा नहीं किया. हालांकि, बेल्जियम के टॉप वैज्ञानिक ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता है कि सांता के आने से इतने लोग संक्रमित हुए हों.