नई दिल्ली: आईआईटी मद्रास में कोरोना का कहर देखने को मिला है. पिछले दो सप्ताह में कोरोना के 71 केस सामने आए हैं. इसमें से 66 छात्र कोरोना की चपेट में हैं. लाइब्रेरी-लैब को बंद कर दिया गया है. कैंपस में अस्थायी लॉकडाउन लगा दिया गया है. स्वास्थ अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को कैंपस में कोरोना संक्रमण के 32 नए केस रिपोर्ट हुए. आगे आने वाले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है. तमिलनाडु सरकार ने कैंपस में मौजूद सभी छात्रों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. आईआईटी मद्रास ने रविवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि सभी विभागों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।
स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन-
स्वास्थ्य अधिकारी आईआईटी मद्रास कैंपस में फैले कोरोना संक्रमण पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने कहा, “हमे लगता है कि कॉमन मेस संक्रमण की मुख्य वजह है. यहीं पर सभी छात्र एकत्र होते थे. हमने इंस्टीट्यूट को बंद करने और छात्रावास में सीधे फूड डिलीवरी करने की सलाह दी है. कैंपस में मौजूद कर्मचारियों/छात्रों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा. चेन्नई कॉर्पोरेशन भी इसमें सहयोग देगा।’

आधिकारिक डेटा के मुताबिक, फिलहाल कैंपस में 774 छात्र हैं. छात्रों के लिए 9 हॉस्टल हैं और एक गेस्ट हाउस है, जहां पर कोरोना का संक्रमण फैला है. 408 छात्रों के सैंपल लिए जा चुके हैं. कृष्णा हॉस्टल में सबसे ज्यादा 22 जबकि जमुना हॉस्टल में 20 केस सामने आए हैं।
छात्रों ने कैंपस प्रशासन पर लगाए आरोप-
कुछ छात्रों ने कैंपस प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं. छात्रों का आरोप है कि कैंपस में केवल एक ही मेस चालू है. छात्रों से हॉस्टल खाली कराए जा रहे हैं. कोरोना कैसे फैला, इसका तो पता नहीं लेकिन दिन में सैकड़ों की तादाद में छात्रों को कैंपस में घूमने की अनुमति है. यही संक्रमण की वजह हो सकती है।