नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश सरकार ने 72वें गणतंत्र दिवस की परेड में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली प्रदेश की झांकी को लेकर बड़ा फैसला किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या के श्रीराम मंदिर की झांकी की प्रतिकृति को प्रदेश में गांव-गांव में घुमाया जाएगा।

देश में सर्वोत्तम रही राम मंदिर मॉडल की झांकी
देश में अव्वल रहने की विभिन्न 46 उपलब्धियां पहले ही हासिल कर चुके उत्तर प्रदेश ने आखिर राजपथ पर भी विजय पताका फहरा दी। गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निकाली गई श्रीराम मंदिर मॉडल की झांकी देश में सर्वोत्तम रही। इस आयोजन का प्रथम पुरस्कार पहली बार प्रदेश के खाते में आया है। इसे गौरव का क्षण बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब प्रदेश भर में इस झांकी का भ्रमण कराने का निर्देश दिया है।
जनसम्पर्क विभाग को सौंपा पुरुस्कार
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर सभी राज्य अपनी झांकियां निकालते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग ने इस बार अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर मॉडल की झांकी निकाली। उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर’ शीर्षक से सजाई गई इस झांकी के जरिये दुनिया ने मंदिर की भव्यता के साथ ही श्रीराम द्वारा दिए गए सामाजिक समरसता के संदेश को भी महसूस किया। इसी के आधार पर झांकी को पहला स्थान मिला। गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरण रिजिजू ने उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को यह पुरस्कार सौंपा।
नवनीत सहगल ने दी जानकारी
अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि झांकी में प्रदेश की बेहद संपन्न विरासत और संस्कृति की झलक दिखाई गई है। अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर मॉडल के अलावा रामायण के प्रमुख दृश्य और रामायण की रचना करते हुए महर्षि वाल्मीकि भी आकर्षण का केंद्र रहे। शबरी के जूठे बेर खाते हुए प्रभु श्रीराम के साथ अन्य दृश्य और संगीत के जरिये सामाजिक समरसता का संदेश देने की कोशिश की गई है।