दिल्ली: जब दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और किसान आमने-सामने थे तब किसानों के कुछ समूह ने चिल्ला बॉर्डर के गौतम बुद्ध द्वार पर इकट्ठा हो गए. जिससे दिल्ली नॉएडा ट्रैफिक रेंगने लगा. नॉएडा से सटे न्यू अशोक नगर से होकर जाना पड़ा, आपको बता दें अभी भी यही स्थिति बनी हुई है. जिसके कारण सुबह 7 बजे से ही न्यू अशोक नगर में जाम लगना शुरू हो गया है. कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों से तीसरे दौर की बातचीत किसी अंजाम तक नहीं पहुंच पाई. अब तय हुआ कि कल यानी 3 दिसंबर को फिर से सरकार और किसान संगठनों के बीच बात होगी. इस बीच किसानों ने एलान कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन चलेगा, आगे बढ़ेगा.
इस बीच दिल्ली पुलिस ने बुधवार के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. इसके मुताबिक, नोएडा लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. यहां पर गौतम बुद्ध द्वार के पास किसानों का जमावड़ा है. लोगों से अपील की गई है कि वह नोएडा लिंक रोड की बजाए नोएडा जाने के लिए एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल करें.
दूसरे दौर की बातचीत कल-
किसानों और सरकार के बीच मंगलवार को वार्ता हुई लेकिन गतिरोध अभी भी बरकरार है. किसानों से चर्चा के दौरान सरकार ने कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए समिति बनाने का सुझाव रखा, लेकिन किसानों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. किसानों और सरकार के बीच की बातचीत बेनतीजा रही. दोनों पक्षों के बीच अगली बैठक गुरुवार को होगी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान संगठनों से कहा कि 4 से 5 नाम अपने संगठन से दें. एक समिति बना देते है जिसमें सरकार के लोग भी होंगे, कृषि एक्सपर्ट भी होंगे, नए कृषि कानून पर चर्चा करेंगे. इससे पहले सरकार की ओर से एमएसपी और एपीएमसी एक्ट पर किसान प्रतिनिधियों के सामने प्रजेंटेशन दिया गया.

पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों के किसान दिल्ली कूच की तैयारी में है. इस वजह से दिल्ली के बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं. बॉर्डर बंद होने के कारण लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. जो बॉर्डर खुले हैं, वहां घंटों जाम लग रहा है. कोई पैदल तो कोई घंटों जाम में फंसकर यात्रा करने के लिए मजबूर है.