नई दिल्ली : बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मतुआ शरणार्थियों को साधने के लिए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर बड़ी घोषणा की। उत्तर 24 परगना जिले में मतुआ का गढ़ कहे जाने वाले ठाकुरनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने उन्हें बड़ा चुनावी तोहफा देते हुए एलान किया कि कोरोना का टीकाकरण कार्यक्रम खत्म होते ही देश में सीएए लागू कर दिया जाएगा और शरणार्थियों को नागरिकता दे दी जाएगी।

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कोरोना ख़त्म होते ही लागू होगा CAA
बंगाल चुनाव से पहले इसे शाह का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है, क्योंकि मतुआ समुदाय के लोग नागरिकता का दशकों से बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अनुसूचित जाति में आने वाला मतुआ समुदाय राज्य की राजनीति व वोट बैंक के लिहाज से बेहद अहम है और 70 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव है। शाह ने कहा-‘मैं ठाकुरनगर की पवित्र धरती से वादा करता हूं कि जैसे ही टीकाकरण समाप्त होगा और कोरोना से मुक्ति मिलेगी, सीएए लागू कर आप सभी शरणार्थी भाई-बहनों को भारत की नागरिकता देने का काम भाजपा सरकार करेगी। मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि सीएए लागू करेंगे और इसे कोई नहीं रोक सकता। जितना अधिकार हम सबका इस देश पर है, उतना ही शरणार्थियों का भी है।
मुस्लिम लोगों की नागरिकता नहीं जाएगी
मुस्लिम समुदाय को भी आश्वस्त किया कि सीएए से किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी। इससे डरने की जरूरत नहीं है। शाह ने कहा-‘देश का गृहमंत्री होने के नाते मैं मुस्लिम भाई-बहनों से कहना चाहता हूं कि एक भी मुस्लिम भाई-बहन की नागरिकता चली जाए, ऐसा कोई प्रावधान सीएए में नहीं है। विपक्षी दलों के लोग भ्रम फैला रहे हैं।
कांग्रेस भूली अपने वादे लेकिन हम निभाएंगे अपना वादा- शाह
कांग्रेस ने आजादी के बाद ही वादा किया था कि सभी हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देंगे। साथ ही सभी को गले भी लगाएंगे। गले लगाना तो दूर, 70 साल बाद भी उन्हेंं नागरिकता नहीं मिलीं। 2018 में हमने वादा किया था कि 2019 में नरेंद्र मोदी की सरकार फिर बनाइए, हम नागरिकता कानून में संशोधन लाएंगे, जो मतुआ समाज के लोगों को भारत की नागरिकता देगा।
मतुआ समाज ने हमारी झोली कमल के फूलों से भर दी। मोदी सरकार बनी, हमने तनिक भी देरी नहीं की और 2020 में सीएए लेकर आए। कानून अस्तित्व में आ गया है। बीच में कोरोना आ गया। ममता दीदी कहने लगीं कि ये झूठा वादा है। हम जो कहते हैं, वो करते हैं। हम शरणाॢथयों को नागरिकता देकर गले लगाएंगे और घुसपैठियों को बंगाल से मार भगाएंगे