नई दिल्ली: पिछले कई वक़्त से भारत और चीन के बीच कई सारे टकराव देखने को मिले है चाहे वह भारत-चीन के सीमा की बात हो या कोरोना की महामारी की। वहीं अब खबर यह सामने आई है की भारत में बहुत ही जल्द होने जा रहे ब्रिक्स सम्मलेन में चीन की मौजूदगी हो सकती है।

इस बात की मंज़ूरी खुद चीन ने देते हुए यह बताया है, “वह भारत और अन्य सदस्य देशों के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करना चाहता है। अब चीन के इस सम्मलेन में मौजूदगी को लेकर कई सारे सवाल खड़े हो रहे है। बता दें कि बीतें 19 फरवरी को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन में ब्रिक्स 2021 की वेबसाइट लॉन्च की थी।
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सहयोग करना चाहती है चीन-
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सीमा के हालत को लेकर कहा, “भारत के इस साल ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन का चीन समर्थन करता है। (चीन) भारत व अन्य ब्रिक्स देशों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में संवाद और सहयोग बढ़ाना चाहता है। अर्थव्यवस्था, राजनीति और मानवता के ‘तीन पहियों वाली पहल’ को भी मजबूत करना चाहता है।” आगे उन्होंने यह कहा, “ब्रिक्स वैश्विक प्रभाव वाले नए बाजार देशों और विकासशील देशों का सहयोग तंत्र है। इधर के कुछ सालों में ब्रिक्स देशों की एकजुटता बढ़ रही है, व्यवहारिक सहयोग गहरा हो रहा है और प्रभाव निरंतर बढ़ रहा है, अब यह अंतरराष्ट्रीय मामले में एक सकारात्मक, स्थिर और रचनात्मक शक्ति बन गया है।”

चीनी विदेश मंत्रालय का बयान-
बताते चले की हाल ही में चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान दिया, “चीन ब्रिक्स को बेहद महत्व देता है और इसके जरिए रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने का पक्षधर है। साथ में यह भी कहा, “वह ब्रिक्स देशों के बीच एकजुटता और सहयोग को मजबूत करना चाहता है।” गौरतलब है की फ़िलहाल चीन ने सिमा से अपने कदम पीछे लिया है पर उसकी हर एक कदम पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और साथ ही कोऑर्डिनेशन कमिटी भी बनाई जा चुकी है।