अंतरराष्ट्रीय : अब वह दिन दूर नहीं जब इंसान के दिमाग को कंप्यूटर कनेक्शन से जोड़ा जा सकेगा। दुनिया की सबसे मशहूर कंपनियों में से एक टेस्ला के चीफ एग्जिक्युटिव और स्पेस X के संस्थापक एलन मस्क ने एक नई योजना का ऐलान किया है, जिसके तहत इंसानों के दिमाग में कंप्यूटर चिप को इम्प्लांट किया जाएगा। इसके जरिए मस्तिष्क के विकारों (ब्रेन डिसऑर्डर) से जूझ रहे लोगों की मदद की जा सकेगी। साथ ही इंसानों में सुपरह्यूमन इंटेलिजेंस को इनेबल करने के लिए भी इस चिप का इस्तेमाल किया जाएगा।

मस्तिष्क विकारों को किया जायेगा ठीक
दो साल पहले एलन मस्क ने ‘न्यूरालिंक’ नाम की सीक्रटिव कंपनी लॉन्च की थी। अब एलन अगले साल इसी कंपनी में ‘ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस’ टेक्नॉलजी की टेस्टिंग शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं। एलन का कहना है कि यह डिवाइस उन लकवाग्रस्त लोगों के लिए वरदान साबित होगी, जो एक न्यूरोलॉजिकल यानी तंत्रिका संबंधी विकार से ग्रस्त हैं। इस टेक्नॉलजी के जरिए सभी तरह के मस्तिष्क विकारों को ठीक किया जाएगा। इससे रोजाना के सामान्य कामकाज करने में अक्षम हो चुके रोगियों को दोबारा सुचारू बनाया जा सकेगा।

बंदरों और चूहों पर की गई है टेस्टिंग-
अभी तक इसकी टेस्टिंग बंदरों और चूहों पर की गई है। यह एक 4x4mm की छोटी चिप होगी, जो 96 माइक्रोस्कोपिक थ्रेड से कनेक्टेड होगी। इसे इंसानों के मस्तिष्क में ड्रिल करके दो मिलीमीटर के 4 बारीक छेदों के जरिए इम्प्लांट किया जाएगा। रोबो की सहायता से इस तरह के 32 इलेक्ट्रोड दिमाग में इम्प्लांट किए जा सकेंगे। इन थ्रेड्स के इलेक्ट्रोड्स न्यूरल स्पाइक्स को मॉनिटर करने में सक्षम होंगे। ये इलेक्ट्रोड्स न सिर्फ इंसानों के दिमाग को पढ़ पाएंगे बल्कि व्यवहार को बदलने में भी सक्षम होंगे, जिसके फीड स्मार्टफोन ऐप में सेव होंगे। एलन ने बताया कि इस टेक्नॉलजी के जरिए इंसानों के दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ा जाएगा। दिमाग में लगे इम्प्लांट को कोई वायर बाहर नहीं दिखेगा। यह ब्लूटूथ जैसी टेक्नॉलजी से जुड़े रहेंगे।