नई दिल्ली: पिछले 4 दिन से दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के घर के बाहर MCD के तीनों मेयरों ने धरना दे रखा है. दिल्ली बीजेपी का आरोप है की दिल्ली सरकार ने दिल्ली नगर निगमों के बकाया 13000 करोड़ रुपये नहीं दिया है. भाजपा आगे यह आरोप लगाती है की केजरीवाल नगर निगम को पंगु बना रहे हैं. लेकिन वहीं पर दिल्ली सरकार के कई मंत्रीओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसको नकारते हुए बताया है की हमने दिल्ली की जनता पर अलग से कोई टैक्स नहीं लगाया है बल्कि MCD ने अपने नए बजट में दिल्ली की जनता पर 11 तरह के नए टैक्स लगा दिए हैं.
आपको बता दें भाजपा की झूठ MCD के तीनों मेयर केजरीवाल आवास के बाहर हैं और म्युनिसिपल के कमिश्नर भी पिछले 15 दिनों से छुट्टी पर हैं, तो कौन चला रहा है दिल्ली को इन दिनों क्या सिर्फ भगवान भरोसे छोड़ रखा है? स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताते हैं की यह MCD सिर्फ हवा बाजी कर रही है क्योंकि समय से पहले हम दे देते हैं बल्कि दिल्ली सरकार ने उलटे उनसे हजारों करोड़ लेने है. जैन आगे बताते हैं की हमने तो MCD को लोन दे रखा है रिकवरी नहीं किया वो करेंगे।
मानवता की दुहाई-
मानवता की दुहाई देते हुए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर अनामिका मिथिलेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल खुद को दिल्लीवासियों का भाई और बेटा बताते हैं, लेकिन पिछले 4 दिनों से ठंड में महिला सहित सभी पार्षद उनके घर के बाहर बैठे हैं, मानवता के नाते भी मुख्यमंत्री बात करने नहीं आए.

यही बात अगर इनसे कहा जाए तो, देश के किसान दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर पिछले 16 दिनों से डटे हैं लेकिन क्या सरकार ने कोई हल निकाल कर के दिया फिर कहा गयीं भाजपा की मानवता क्या उसमें हजारों महिलाएं नहीं है?
दबाव की राजनीति है-
नगर निगम का आरोप है कि केजरीवाल सरकार निगमों को उनका फंड नहीं दे रही है. राजनीतिक एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरह से दिल्ली सरकार किसानों के आंदोलन में शामिल हो गई है ऐसे में सीएम आवास के बाहर धरने पर बैठना दबाव की राजनीति है.
उधर, बीजेपी सांसद ने भी इस पूरे मामले को लेकर सीएम केजरीवाल पर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि कब तक छुपेंगे पीछे दीवार के, कभी तो निकलेंगे मफलर संवार के. अपने समय के मशहूर धरना एक्सपर्ट अरविंद केजरीवाल अब धरनों से ही डरने लगे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए इस तरह से कहना क्या एक सांसद को शोभा देता है.
गौरतलब है की 8 दिसम्बर भारत बंद के दिन भी दिल्ली मुख्यमंत्री को उनके घर पर हाउस अरेस्ट कर लिया था, आप के नेताओं से मिलने नहीं दिया जा रहा था मॉडल टाउन विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी मुख्यमंत्री से मिलनवे गए तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें घसीटकर बाहर कर दिया था.
