नई दिल्ली : डेमोक्रैटिक उम्मीदवार जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार और मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हरा दिया है.सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार पेन्सिलवेनिया राज्य में जीत दर्ज करने के बाद 77 साल के पूर्व उपराष्ट्रपति बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति होंगे. इस राज्य में जीत के बाद बाइडेन को 270 से अधिक ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट’ मिल गये जो जीत के लिए जरूरी थे. पेन्सिलवेनिया के 20 इलेक्टोरल वोटों के साथ बाइडेन के पास अब कुल 273 इलेक्टोरल वोट हो गये हैं.ओबामा के करीबी माने जाने वाले बाइडेन उनके कार्यकाल में 2008 से 2016 तक दो बार उपराष्ट्रपति भी रहे हैं. इस चुनाव में भी ओबामा ने उन्हें काफी समर्थन दिया है ।

जो बाइडेन एक करोड़ से ज्यादा अप्रवासियों को अमेरिकी नागरिकता देने वाले हैं. बाइडेन जिन 1.1 करोड़ अप्रवासी लोगों को नागरिकता देने की दिशा में रोडमैप बनाने के लिए काम करेंगे, उनमें पांच लाख भारतीय शामिल हैं. इस प्लान के मुताबिक हर साल 95,000 लोगों को अमेरिकी नागरिकता प्रदान की जाएगी, बाइडेन के चुनाव प्रचार के दौरान जारी दस्तावेज के मुताबिक वह तुरंत अपने सिस्टम को आधुनिक बनाने वाले विधायी आव्रजन सुधार को पारित करने के लिए कांग्रेस के साथ काम करना शुरू कर देंगे. इसमें 1.1 करोड़ अनिर्दिष्ट अप्रवासियों के लिए नागरिकता का रोडमैप तैयार करना शामिल है. इन अप्रवासियों में पांच लाभ भारतीय शामिल हैं जिन्हें इसका लाभ मिलेगा।
इससे पहले, बाइडेन ने डेलावेयर के विल्मिंगटन में अपने इलेक्शन कैम्पेन मुख्यालय से देश को संबोधित किया. बाइडेन ने कहा कि अमेरिका में हमारे पास मजबूत विचार हैं तो मजबूत असहमतियां भी हैं. मजबूत असहमतियां लोकतंत्र में जरूरी हैं. हमें याद रखना है कि हमारी राजनीति बेदर्द, खत्म नहीं होने वाली लड़ाई नहीं है. हमारी राजनीति का मकसद देश के लिए काम करना है ।