नई दिल्ली: आगरा में थाना सदर क्षेत्र की नौवीं की छात्रा के साथ पढ़ने वाले छात्र ने शनिवार रात को घर बुलाकर दुष्कर्म की कोशिश की. पीड़ित परिजनों ने पुलिस से शिकायत की और मामला थाने तक पहुंचा। आरोपी को भी पुलिस पकड़ लाई. यहां दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया मुकदमा दर्ज नहीं किया. रविवार को मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो 15 घंटे से अधिक समय के बाद तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज किया गया।
थाना सदर क्षेत्र की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी के परिजनों ने शनिवार रात 8:30 बजे यूपी 112 पर दुष्कर्म की सूचना दी थी. हालांकि रविवार को दुष्कर्म की कोशिश में तहरीर दी. इसके मुताबिक, किशोरी नौवीं की छात्रा है. उसने कक्षा में पढ़ने वाले एक किशोर पर ही आरोप लगाया है।

पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज
छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह साथी छात्र के घर एक कॉपी लेने गई थी. छात्र के माता-पिता कहीं गए थे. बहन कोचिंग के लिए गई थी. आरोपी ने अपने दोस्त को बुला लिया. दुष्कर्म की कोशिश की। दोस्त ने मोबाइल से वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया.
थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाया गया है. दुष्कर्म की कोशिश और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है. पीड़िता के बयान दर्ज किए जाएंगे. कोर्ट में भी बयान होंगे। पीड़िता का मेडिकल कराया जाएगा।
किशोरी के परिजनों ने पहले दुष्कर्म का आरोप लगाया था. दूसरे दिन तहरीर दी तो दुष्कर्म की कोशिश की ही बात लिखकर दी. पीड़ित परिवार का कहना था कि आरोपी का पिता बालू मंडी में दलाली करता है. कुछ पुलिसकर्मी उसे जानते थे। इस कारण पुलिस ने रात में कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने देरी से किया मुकदमा दर्ज
पीड़ित परिजनों ने 112 नंबर पर शिकायत की। इसके बाद थाने भी गए, लेकिन मुकदमा दर्ज न होना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. शनिवार रात को पुलिस को सूचना मिल गई थी. पुलिस ने आरोपी किशोर को पकड़ लिया. रात 11 बजे पीड़िता के परिजन थाना सदर आए. उन्होंने तहरीर देने की बात की. लेकिन आरोपी के पक्ष के लोग पहले से ही थाने पर मौजूद थे. किशोरी के परिजनों के अनुसार बदनामी की वजह से वह थाने से लौट गए. पुलिस ने भी बिना कार्रवाई किए आरोपी को छोड़ दिया. सिर्फ यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि तहरीर नहीं दी गई थी.