नई दिल्ली : पूरी दुनिया में कोरोना के कहर ने तबाही मचाई हुई हैं. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया है कि एक नए कोरोना वायरस ने दस्तक दे दिया है. यह नया वैरिएंट खतरनाक संस्करण, अब तक दुनिया के 41 देशों में दस्तक दे चुका है. ऐसे में अगर आपको ब्रिटेन का सफर करना है तो आप सतर्क हो जाए और अपनी यात्रा को निरस्त कर दें।

बता दें कि 14 दिसंबर को ब्रिटेन सरकार ने घोषणा की थी कि देश में एक नए कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है, महज चार सप्ताह में ये वेरिएंट 41 देशों में फैल चुका है. इस खबर के बाद कई मुल्कों ने ब्रिटेन की यात्रा को स्थगित कर दिया है, नए वेरिएंट को रोकने के लिए दुनिया के अन्य मुल्कों ने ऐहतियात के तौर पर कदम उठाए हैं।

नए वेरिएंट को रोकने के लिए उठे बड़े कदम-
दरअसल गणतंत्र दिवस के अवसर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि थे, लेकिन बोरिस ने अपनी भारत यात्रा को रद कर दिया है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत न आने पर उन्होंने पीएम मोदी से खेद भी जताया. बोरिस जॉनसन ने कोरोना के नए स्ट्रेन और ब्रिटेन में लगाए गए लॉकडाउन के चलते ये निर्णय लिया. ब्रिटन ने कहा है कि कोविड-19 के प्रसार को सीमित करने के लिए सरकार जल्द ही नए सीमा प्रतिबंधों की घोषणा करेगी।

जल्द ही सीमा प्रतिबंधों की घोषणा होगी-
ब्रिटन के कैबिनेट कार्यालय मंत्री माइकल गोव ने मंगलवार को कहा कि जल्द ही सीमा सुरक्षा के लिए हम नए प्रस्ताव लाएंगे. उन्होंने कहा कि इसका मकसद देश को कोरोना वायरस के प्रसार से बचाना है. उन्होंने आगे कहा कि देश के नागरिकों के लिए संदेश साफ है कि उन्हें दूसरे देशों की यात्रा नहीं करनी चाहिए. बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए कम से कम फरवरी के मध्य तक नया नेशनल लॉकडाउन लगाया है ताकि नए स्ट्रेन को रोका जा सके. एक तरफ ब्रिटेन में कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया है, तो दूसरी तरफ लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. ब्रिटेन सरकार के चिकित्सा विशेषज्ञों ने कोरोना के नए वेरिएंट के प्रसार पर चिंता व्यक्त की और इसे खतरे की घंटी बताया है।

क्यों खतरनाक है न्यू वेरिएंट-
नए वेरिएंट की तीन बातें दुनिया को चिंतित कर रही हैं, यह बहुत जल्दी कोरोना वायरस के अन्य रूपों की जगह ले रहा है. इसके म्यूटेशन से वायरस के उन हिस्सों में बदलाव हुआ है, जो मानव कोशिकाओं पर सीधे असर डालने में सक्षम हैं. इसमें N501Y नाम का म्यूटेशन हुआ है, जो शरीर की कोशिकाओं को प्रभावित करता है. शोध से यह बात सामने आई है कि कुछ संक्रमित की वजह से वायरस की इंसानी कोशिकाओं को संक्रमित करने की क्षमता बढ़ जाती है।