नई दिल्ली– भारत में इस समय सर्दी का मौसम चल रहा है। चारों तरफ जमा देने वाली सर्दी पड़ रही है। सर्दी का मौसम भारत के कुछ हिस्सों की खूबसूरती को चार चांद लगा देता है. खासतौर से दक्षिण भारत की तो बात ही अलग है.भारत अपनी संस्कृति और जलवायु दोनों में विविध है। जहां इस देश के कुछ हिस्सों में ग्रीष्म ऋतु के दौरान रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पडती है, वहीँ कुछ हिस्सों में पूरे वर्ष कड़ाके की ठण्ड पड़ती है. फिर चाहे वो उत्तर-पूर्व में बर्फ से ढकी घाटियां हों या हिमालय के क्षेत्र. पर क्या आप जानते हैं कि भारत की 5 सबसे ठंडी जगह काैन सी है। अगर नहीं तो हम आपको भारत में सबसे ठंडी जगहों की एक सूची लाये हैं जो गर्मी की छुट्टियों के लिए आपका अगला गंतव्य हो सकते हैं।
1- कारगिल-

साल 1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए करगिल युद्ध के अलावा जम्मू कश्मीर में बसा कारगिल सबसे ठंडा क्षेत्र होने के लिए प्रसिद्ध है। श्रीनगर-लेह हाइवे पर 3,325 मीटर की ऊंचाई पर स्थित करगिल भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर का है. सिंधु नदी के साथ ही बसे इस क्षेत्र का तापमान ठंड के मौसम में -23 डिग्री तक पहुंच जाता है। इसके पास ही सैर के लिए एक ऐतिहासिक धरोहर पाशकुम और बौद्धिक गांव मूलबेक भी स्थित है। ये जगह सबसे ठंडे इलाके के रूप में भी पहचानी जाती है.
2- लद्दाख-

हिमालय के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक, लद्दाख शहर जम्मू-कश्मीर राज्य में स्तिथ है और तिब्बती संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। लद्दाख को अक्टूबर, 2019 में केंद्र शासित प्रदेश के रूप में नई पहचान मिली. करीब 2,70,000 लोग तिब्बती संस्कृति को मानते हैं. इस क्षेत्र में सर्दियों में भारी बर्फबारी देखी जा सकती है जनवरी के मौसम में यहां का औसत तापमान लगभग -12 डिग्री सेल्सियस रहता है और यहां तापमान -35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. जबकि उच्चतम तापमान -2 डिग्री तक ही जा पाता है. यहां केवल गर्मी के मौसम में ही जाना उचित है.
3- तवांग-

अरुणाचल प्रदेश का तवांग भी भारत की सबसे ठंडी जगहों में शुमार है. अरुणाचल प्रदेश का तवांग शहर एक शांत जगह है जो हाल ही के वर्षों में एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन गया है। सर्दी के मौसम में होने वाले भारी स्नो फॉल और हिमस्खलन के चलते इस ऑफबीट टूरिस्ट डेस्टिनेशन में गिना जाता है. ये भारत की सबसे खतरनाक और ठंडी जगहों में से एक है. सर्दी के मौसम में इस जगह का तापमान -15 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है. घुमावदार नदी की धाराओं, प्राकृतिक सुंदरता और स्थानीय तिब्बती संस्कृति के लिए मशहूर, तवांग को अक्सर यात्रा के कुछ बेहतरीन ऑफबीट यात्रा स्थलों में से एक माना जाता है। हालांकि गर्मियों के दौरान यहां मौसम की स्थिति सुखद होती है, और औसत तापमान 10 º c के आसपास रहता है.
4- सियाचिन ग्लेशियर-

सियाचिन ग्लेशियर को पूरी दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित युद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है. भारत की सबसे ठंडी जगह का टाइटल सियाचिन ग्लेशियर के पास है. करीब 5,753 मीटर ऊंचाई पर स्थित इस जगह का तापमान जनवरी में -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. भारत को इन दोनों देशों पर नजर रखने के लिए इस क्षेत्र में अपनी सेना तैनात करना बहुत जरूरी है. यहां की विपरीत परिस्थितियों में अब तक हजारों सैनिक जान गंवा चुके हैं. सियाचिन, काराकोरम के पांच बड़े ग्लेशियरों में सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है.
5- सेला पास-

अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है, तो वह सेला माउंटेन पास है। यहां की सुंदरता को देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सकते हैं। ठंड के मौसम में सेला पर्वत श्रृंखला पर बर्फ की सफेद चादर बिछ जाती है। यह शानदार नजारा आंखों को सुकून पहुंचाने वाला होता है। धरती का ये बर्फीला स्वर्ग ‘आइसबॉक्स ऑफ इंडिया’ के नाम से मशहूर है. समुद्र तल से करीब 4,400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सेला पास साल के अधिकतर समय यह जगह बर्फ से ढंका होता है. इस जगह का तापमान करीब -15 डिग्री तक चला जाता है. हिमालय पर्वत श्रृंखला के इस पूर्वी हिस्से का बौद्ध धर्म में खास महत्व है। ऐसा माना जाता है कि सेला पास और आसपास में करीब 101 झील है और इनमें से हर एक झील का बौद्ध समुदाय में विशेष धार्मिक महत्व है।