नई दिल्ली: यूपी में किसान आंदोलन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद देख रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कहीं कोई व्यक्ति हंगामा करते देखा जाए तो उस व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाए। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ पश्चिमी यूपी के पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से किसानों के आंदोलन पर वार्ता करेंगे। वार्ता में किसानों के आंदोलन से पश्चिमी यूपी में कैसे मिजाज किसानों का चल रहा है। इससे किसको कितना नफा ओर नुकसान हुआ है। साथ ही विकास कार्यों पर भी चर्चा करेगे।
यूपी में किसान आंदोलन
किसान आंदोलन में पश्चिमी उप्र के किसान भी बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। भारत बंद के आह्वान के दिन वेस्ट यूपी के सभी जिलों में किसानों ने हुंकार भरी थी। मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, संभल आदि के किसानों ने भी इस आंदोलन में अहम भूमिका अदा की थी। मुरादाबाद में तो प्रशासन ने अपनी कुुशल रणनीति से चक्का जाम आदि पर कुछ हद तक अंकुश लगा लिया था पर अन्य जिलों में किसानों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था। कुछ जगह तो लोगों ने हाईवे तक जाम कर दिया था।

आन्दोलनकारियों का धरना
किसान आन्दोलनकारियों ने इसी बीच रामपुर में भी नैनीताल हाईवे पर धरना किया है। पिछले गुरुवार से हाईवे पर जमे किसानों ने शुक्रवार तक अपना रुख नहीं बदला था। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का मुरादाबाद दौरा तय हुआ था। मुरादाबाद में शनिवार को वहां के जनप्रतिनिधियों के साथ सर्किट हाउस में CM बैठक करेंगे। इस बैठक में चार मंत्री समेत 14 विधायक, चार एमएलसी, छह जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय महामंत्री भी शामिल होंगे। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की भी मौजूदगी रहेगी।
किसान आंदोलनकारियों से चर्चा
सीएम अपनी टीम से विकास, और अन्य मुद्दों अभी चल रहा असली मुद्दा किसान आंदोलन पर भी चर्चा करेंगे। वेस्ट यूपी में किसान पर मंथन कर आने वाले यूपी चुनाव में इस का क्या प्रभाव होने वाला है। लोगों का इस आन्दोलन के चलते आने वाले चुनाव में क्या सोच है। साथ ही CM अपने जनप्रतिनिधियों को यह काम पर लगायेंगे की वह किसानों के बीच जाकर इस कानून के सकारात्मक पहलू को समझाए। इस बैठक के बाद सीएम मंडल के सभी जिलाधिकारियों और अन्य अधिकारियों से भी इस पर और अधिक जानकारी लेंगे।