नई दिल्ली: मध्यप्रदेश सरकार, मुरैना में जहरीली शराब कांड किसी से छिपा नहीं है। इस शराब कांड में मुरैना के तीन गांव के 24 लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही कई लोगों की आंखों की रोशनी व किड़नी और अन्य अंग पर गहरा असर पड़ा था। इस मामले में भोपाल से आया विशेष दल भी जांच कर चला गया है। पर अभी तक दोषीयों को नही पकडा़ गया है।
मध्यप्रदेश सरकार पर लगाया मिलीभगत का आरोप
शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ग्वालियर पहुंचे। उनसे जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जिस जहरीली शराब से मुरैना में बवाल मचा है, वह किसी सरकारी डिस्टलरी से नहीं निकली थी। यह शासन, प्रशासन की मिलीभगत से जिलों में बनने वाली जहरीली शराब थी। जिससे कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। कई हमेशा के लिए रोगी हो गए हैं। इसलिए इसके जिम्मेदार भी सरकार और उसके अधिकारी हैं।

उमा भारती कहती हैं शराबबंदी होगी
मुरैना के तीन गांव के 24 लोगों की मौत मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। शराब को लेकर भाजपा के सुर ही समझ नहीं आते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कहती हैं शराबबंदी होगी। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह कहते हैं कि शराब की नई दुकानें नहीं खोलेंगे। प्रबल इच्छा रखने वाले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि और शराब दुकानें खोलेंगे। ये सारे हास्यप्रद बयान लगते हैं। किसकी बात को सही माने, समझ में ही नहीं आता है।
सरकार चंदा क्यों मांग रही है
राम मंदिर को लेकर भी दिग्विजय सिंह ने सरकार पर हमला बोला, कहा कि राम मंदिर पर केन्द्र सरकार ने कहा था कि राम मंदिर सरकार बनवाएगी। इसके लिए ट्रस्ट भी बनवा दिया गया, लेकिन अब चंदा से हो रहा है। हाथों में डंडे व तलवार लेकर चंदा मांगने पर माहौल खराब हो रहा है। इस पर मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है।
सिंधिया पर भी साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी चुटकी ली है। संसद में कांग्रेस के खिलाफ बोलने पर उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने आपको मंत्री पद दिया, महासचिव बनाया। हमेशा बड़ी जिम्मेदारी दी और विश्वास किया। उसके खिलाफ बयानबाजी और भाषण यह अच्छा नहीं लगा।