नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नजदीक है और इससे पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लोगों के साथ विकास के नाम पर ‘धोखा’ करने का आरोप लगाया है। शेखावत ने कहा कि उनके ‘जिद्दीपन’ के कारण कई लोग बेघर रहने को मजबूर हैं।

ARMY DAY 2021|| आर्मी दिवस क्यों मनाया जाता है जाने रोचक तथ्य
विकास के नाम पर बंगाल के लोगों को ठगा- गजेन्द्र सिंह
शेखावत ने उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा के लिए घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करने के दौरान यह बात कही। केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘ममता बनर्जी के जिद्दीपन के कारण लोग बेघर रहने को मजबूर हैं। शेखावत ने कहा कि सिर्फ यही नहीं बनर्जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के फायदों से गरीबों को वंचित किया है, जिसके कारण लोग कच्चे घरों में रहने को मजबूर हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी सरकार ने पिछले दस वर्षों में विकास के नाम पर लोगों को ठगा है।’

बंगाल में गूंज रहा ‘श्रीकृष्ण हरे हरे, भाजपा घरे घरे’ – केशव प्रसाद मौर्य
अधीर रंजन ने TMC के गठबंधन फॉर्मूले को किया खारिज-
बता दें कि पश्चिम बंगाल में सत्ता की लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है। बंगाल में बीजेपी के आक्रामक तेवर को देखते हुए सत्ताधारी टीएमसी ने सभी दलों से एकजुट होने की अपील की थी। जिसे कांग्रेस और वाम दलों दोनों ने ठुकरा दिया है। दरअसल टीएमसी सांसद सौगत राय ने हाल ही में एक बयान दिया था जिसके बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई थी। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को बंगाल में हराना है तो सभी दलों को एकजुट होना चाहिये।
बंगाल TMC के कांग्रेस में विलय की दी सलाह-
उन्होंने सुझाव दिया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में कांग्रेस और वामदलों को एक साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिये। जिस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को रोकने के लिये टीएमसी को कांग्रेस में मिल जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि बंगाल में सरकार बनाना है तो कांग्रेस के नेतृत्व में लड़ना चाहिये। अधीर रंजन यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि बंगाल में बीजेपी को मजबूत करने के लिये टीएमसी जिम्मेदार है।

बंगाल को मुफ्त वैक्सीन का तोहफा, ममता बनर्जी ने किया ऐलान
बीजेपी- टीएमसी के बीच सत्ता की होड़-
उन्होंने कहा कि टीएमसी पिछले 10 सालों से कांग्रेस विधायकों को खरीदने के लिये डोरे डालती रही। लेकिन अब कांग्रेस के साथ आने को इच्छुक है। जिसका हम स्वागत करते है। लेकिन उन्हें अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करना चाहिये। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी में सत्ता की होड़ शुरु हो गई है। दोनों दलों के प्रमुख नेता एक-दूसरे पर दिन-प्रतिदिन प्रहार करने से भी नहीं चूकते है। इसी कड़ी में टीएम के कांग्रेस और वाम दलों को दिया गया प्रस्ताव बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लेकिन टीएमसी के इस प्रस्ताव को कांग्रेस और वामदलों ने ठुकरा दिया है। जिससे ममता को झटका लगा है।

ओडिशा भी बंगाल और कश्मीर की राह पर, भाजपा नेता की हुई हत्या
TMC सांसद शताब्दी रॉय ने फेसबुक पर जाहिर की पीड़ा-
वहीं बीरभूम से तृणमूल सांसद व अभिनेत्री शताब्दी रॉय (Shatabdi Roy) ने जनता के नाम एक फेसबुक पोस्ट जारी किया है, जिसमें उन्होंने खुलकर अपनी पीड़ा व्यक्त की है। इतना ही नहीं शताब्दी रॉय ने अपने पोस्ट से संकेत भी दिया है कि ‘पार्टी में कुछ लोग उन्हें नीचा दिखाने में लगे हैं’। पश्चिम बंगाल के बीरभूम से टीएमसी सांसद शताब्दी राय ने गुरुवार को संकेत दिया है कि पार्टी से उन्हें दिक्कत हो रही है और वह शनिवार को (16 जनवरी) कोई ‘निर्णय’ ले सकती हैं। अभिनेत्री से सियासत में आई राय ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया है कि उनके संसदीय क्षेत्र में चल रहे पार्टी के कार्यक्रमों के बारे में उन्हें नहीं बताया जा रहा है, और इससे वह ‘मानसिक कष्ट’ हुआ है।