नई दिल्ली : कैलिफोर्निया और वाशिंगटन में महिला इंजीनियरों और एशियाई लोगों के साथ भेदभाव करने के आरोपों से बचने के लिए गूगल अपने 5,500 से अधिक कर्मचारियों और नौकरी के लिए अप्लाई करने वालों को 26 लाख अमरीकी डॉलर लगभग 19 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी।

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4 साल पुराना है भेदभाव का मामला
दरअसल गूगल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि ये 4 साल पुराना मामला है जिसे श्रम विभाग ने संघीय सरकार के ठेकेदारों जैसे गूगल के पेमेंट सिस्टम पर सवाल उठाए गए हैं।आपको बता दें कि गूगल पर आरोप लगा है कि 2014 से 2017 तक की अवधि के दौरान, Google ने महिला इंजीनियरों को समान पदों पर नौकरी कर रहे पुरुषों की तुलना में कम सैलरी दी थी। सैलरी से जुड़ा इस तरह का भेदभाव गूगल के कैलिफोर्निया, सिएटल और किर्कलैंड और वाशिंगटन स्थित ऑफिसेज में भी किया गया।

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समान अवसर कानून लागू करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध
हालांकि गूगल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन बातों को निराधार बताया था। अब 26 लाख डॉलर का हर्जाना चुका देने के बाद ये 4 साल पुराना मामला भी बंद हो जाएगा। वहीं सैन फ्रांसिस्को में श्रम विभाग के प्रोग्राम्स की देखरेख करने वाले जेन सुहर ने कहा कि भले ही काम कितना भी मुश्किल हो या वर्कफोर्स के लिए लिमिटेशन हो लेकिन फिर भी हम बिना भेदभाव और वर्कफोर्स में समानता तय करने के लिए समान अवसर कानून लागू करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं।