नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी 2020 के दौरान हुए दंगो की हर साजिश में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र उमर खालिद और आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन साथ-साथ थे। दिल्ली पुलिस ने अपनी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में बीते साल फरवरी महीने में हुई उत्तर-पूर्व की दिल्ली हिंसा के मामले में ताहिर हुसैन के खुलासे का हवाला देते हुए आरोप लगाया है ताहिर हुसैन, खालिद सैफी और उमर खालिद की शाहीन बाग में हुई एक बैठक में हिंसा की साजिश रची गई थी

मोदी की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश-
मंगलवार को दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट ने हिंसा मामले में दाखिल हुई सप्लीमेंट्री चार्जशीट को स्वीकार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में जानकारी देते हुए कहा कि जांच के दौरान ताहिर हुसैन ने खुलासा किया है कि उमर खालिद ने कथित तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा के दौरान देश कि राजधानी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा करने की साजिश रची थी, जिससे पुरी दुनिया के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके।

सरकार पर दबाव बनाना मुख्य योजना-
गौरतलब है कि खालिद सैफी के माध्यम से फरवरी में हिंसा की योजना बनाने के लिए ताहिर हुसैन ने 8 जनवरी 2020 को उमर खालिद से मुलाकात की थी, जहां खालिद ने कथित रूप से कहा कि वे राम जन्मभूमि और अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर चुप रहेंगे, लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को वापस लेने के लिए उन्हें सरकार पर दबाव बनाने के लिए कुछ करना चाहिए। इसके साथ ही चार्जशीट में आगे बताया गया कि ताहिर हुसैन ने खुलासा किया है कि वह लगातार उमर खालिद द्वारा दिए गए भाषणों को सुन रहा था। जिसमें खालिद ने कथित तौर पर हुसैन से कहा था कि उन्हें पीएफआई (PFI)का समर्थन हासिल है और इसलिए खालिद ने हुसैन को लोगों को हिंसा के लिए उकसाने के लिए कहा।

उमर खालिद मुख्य साजिशकर्ता-
अदालत ने कहा है कि गवाह का बयान यह बताने के लिए पर्याप्त था कि प्रासंगिक समय के दौरान आरोपी उमर खालिद आरोपी ताहिर हुसैन के संपर्क में था, जिससे पता चलता है कि वह मुख्य साजिशकर्ता था, जिसने सांप्रदायिक दंगों और व्यक्तियों को लूटने और संपत्तियों को जलाने के लिए भीड़ को उकसाने के लिए धन मुहैया कराया था। साथ ही चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि उमर खालिद दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक दंगों को भड़काने के लिए आपराधिक साजिश में सक्रिय भागीदार था। आरोपी व्यक्तियों के बहकावे में आकर भीड़ इकट्ठा हो गई थी जिसने लोगों को लूट लिया था और घरों और दुकानों सहित संपत्तियों को जला दिया था। उन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया था।